Ranchi: झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री Hemant Soren जेल से रिहा होते ही पूरे एक्शन मोड में आ गए हैं। उन्होंने अपनी पार्टी झारखंड मुक्ति मोर्चा और सहयोगी दलों आरजेडी और कांग्रेस के साथ मिलकर ऐसा प्लान बनाया है जिसमें भाजपा उलझ सकती है।
शोषकों और अत्याचारियों को लगा था आदिवासी हैं, यह कैसे लड़ पायेंगे, यह षडयंत्र का सामना कैसे कर पायेंगे! इन्हें दबा देंगे तो इनका जल-जंगल-जमीन हथिया लेंगे।
इसका जवाब भीषण संथाल हूल विद्रोह था। एक ही परिवार से अमर वीर शहीद सिदो-कान्हू, फूलो-झानो, चांद-भैरव ने असंख्य वीरों और… pic.twitter.com/mWgKz1OUFc
— Hemant Soren (@HemantSorenJMM) June 30, 2024
लोकसभा चुनाव में प्रदर्शन सुधरने के बाद ये दल अब पूरी तरह से सक्रिय हो गए हैं और राज्य की राजनीति में नए सिरे से रणनीति बना रहे हैं।
Hemant Soren की आभार यात्रा
हेमंत सोरेन सभी जिलों में आभार यात्रा निकालने की योजना बना रहे हैं। इस यात्रा के माध्यम से वे राज्य के राजनीतिक तापमान को गर्म रखना चाहते हैं और इसका राजनीतिक फायदा भी उठाने की कोशिश कर रहे हैं। झामुमो के साथ कांग्रेस के कार्यकर्ता भी कदम से कदम मिलाकर चलेंगे और दोनों दलों का मुख्य निशाना भाजपा होगी। यह आयोजन आक्रामक रूप से राजनीतिक होगा और कांग्रेस के नेता हर प्रखंड, हर जिले में झामुमो के साथ होंगे।
Hemant Soren News: महागठबंधन की नई ताकत
हाल ही में संपन्न लोकसभा चुनाव में महागठबंधन के हिस्से की सीटों में बढ़ोतरी हुई है, जिससे झामुमो, कांग्रेस और आरजेडी को नई ताकत मिली है। झामुमो और कांग्रेस के बीच समन्वय पहले से कहीं बेहतर है और दोनों दलों के सीनियर नेता इस समन्वय को और भी मजबूत बनाने में जुटे हुए हैं। महागठबंधन के इस नए जोश से झारखंड की राजनीति में नया मोड़ आने की संभावना है।
हेमंत सोरेन की इस योजना से भाजपा को चुनौती मिल सकती है और राज्य की राजनीति में नए समीकरण बन सकते हैं। आने वाले समय में यह देखना दिलचस्प होगा कि हेमंत सोरेन और उनके सहयोगी दल अपनी रणनीति में कितने सफल होते हैं।
राजेश ठाकुर का आक्रामक रुख: भाजपा और केंद्र सरकार पर निशाना
कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर शनिवार को नई दिल्ली से रांची लौटते ही आक्रामक बयानबाजी में जुट गए। उन्होंने भाजपा और केंद्र सरकार के खिलाफ तीखा रुख अपनाते हुए अपनी पार्टी की आगे की रणनीति के संकेत दिए। एयरपोर्ट पर पत्रकारों से बात करते हुए ठाकुर ने कहा कि हाईकोर्ट की टिप्पणी पर व्यापक चर्चा होनी चाहिए।
उच्च न्यायालय की टिप्पणी पर चर्चा आवश्यक: राजेश ठाकुर
राजेश ठाकुर ने कहा कि एक मुख्यमंत्री को फंसाया जा रहा है, जो एक आदिवासी नेता हैं और जिन्हें पूरा प्रदेश ‘गुरुजी’ के नाम से सम्मान देता है। उन्होंने आरोप लगाया कि गुरुजी की लड़ाई हमेशा महाजनों के खिलाफ रही है, और अब महाजनों की पार्टी ने साजिश कर हेमंत सोरेन को जेल भिजवाया है। ठाकुर ने यह भी कहा कि स्वतंत्र एजेंसियां केवल विपक्ष के नेताओं के खिलाफ कार्रवाई कर रही हैं, जिससे लोकतंत्र खतरे में है।
आने वाले समय में विरोध की संभावना
राजेश ठाकुर ने चेतावनी दी कि आने वाले समय में लोगों द्वारा स्वतंत्र एजेंसी के ऐसे कार्यों का विरोध किया जाएगा। उन्होंने मध्यप्रदेश में शिवराज सिंह चौहान के कार्यकाल में आदिवासियों के अपमान का उदाहरण देते हुए कहा कि इसका बदला झारखंड के लोगों ने लिया है। उन्होंने कहा कि माफी मांगने के लिए भाजपा नेताओं को राज्य भर में घूमना पड़ेगा और जनता के समक्ष अपनी गलतियों को स्वीकार करना होगा।
राजेश ठाकुर का यह आक्रामक रुख बताता है कि कांग्रेस झारखंड में भाजपा के खिलाफ मजबूती से खड़ी है और आने वाले चुनावों में पार्टी की रणनीति स्पष्ट है। ठाकुर के बयानों से यह भी संकेत मिलता है कि कांग्रेस, झामुमो और अन्य सहयोगी दल मिलकर राज्य में भाजपा को कड़ी टक्कर देने के लिए तैयार हैं।