रांची 8 सितम्बर. झारखण्ड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के कार्यकारी अध्यक्ष Bandhu Tirkey ने कहा है कि विशेष रूप से पिछले 10 साल में रांची में अवस्थित भारत सरकार के सार्वजनिक उपक्रम भारी अभियंत्रण निगम (एचईसी) की स्थिति बद से बदतर हो गयी है.
HEC की इस बदहाल स्थिति के लिए PM नरेन्द्र मोदी सीधे तौर पर जिम्मेदार हैं: Bandhu Tirkey
और आज देश में औद्योगिक ताना-बाना खड़ी कर करनेवाले इस महान संस्थान के अधिकारियों और कर्मचारियों की आँखों में आँसू, दर्द और केवल और केवल प्रताड़ना है. श्री तिर्की ने कहा कि एचईसी की इस बदहाल स्थिति के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी सीधे तौर पर जिम्मेदार हैं.
वरिष्ठ कांग्रेस नेता ने झारखण्ड से भाजपा व आजसू के निर्वाचित 12 लोकसभा सदस्यों के साथ ही भाजपा से संबंध रखनेवाले सभी राज्यसभा सदस्यों से भी यह क्या सवाल किया कि उनकी नजर में एचईसी के वर्तमान स्थिति और यह मामला महत्वपूर्ण है भी या नहीं? इस सन्दर्भ में उन्हें सार्वजनिक रूप से बताना चाहिये.
श्री तिर्की ने कहा कि एचईसी के अधिकारियों एवं कर्मचारियों को पिछले 19 महीने से वेतन नहीं मिला है और उन्हें अपने घर परिवार को चलाने के लिये भी कठिन संघर्ष करना पड़ रहा है. उनके सामने अनाज, सब्जी और दूध खरीदने के साथ ही बच्चों की पढ़ाई तक के पैसे का संकट है.
HEC को चलाने के नाम पर केन्द्र सरकार केवल खानापूर्ति कर रही है: Bandhu Tirkey
लेकिन केन्द्र सरकार का भारी उद्योग मंत्रालय हाथ पर हाथ धरकर बैठा हुआ है. श्री तिर्की ने आरोप लगाया कि केन्द्र सरकार की नीतियाँ कुल मिलाकर, एचईसी और इस जैसे देश को गौरवान्वित करनेवाले प्रतिष्ठानों को बंद करने और कुछेक औद्योगिक घरानों को प्रोत्साहित करनेवाली है और यही कारण है कि आज की तिथि में एचईसी अध्यक्ष सह प्रबंध निदेशक के साथ ही अनेक निदेशक भी प्रभार में काम कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि एचईसी को चलाने के नाम पर केन्द्र सरकार केवल खानापूर्ति कर रही है.
श्री तिर्की ने कहा कि पिछले मार्च 2023 से ही यहाँ उत्पादन ठप पड़ा है हालांकि आज भी एचईसी के पास भरपूर कार्यादेश (वर्क आर्डर) है लेकिन कार्यशील पूँजी के अभाव के कारण काम बंद है.
एचईसी की इतनी शानदार पृष्ठभूमि के बाद भी इसकी बदहाल स्थिति: Bandhu Tirkey
श्री तिर्की ने कहा कि अपनी स्थापना के बाद लगभग छह दशकों में एचईसी ने देश में अनेक स्टील प्लांट, कोयला कम्पनियों के साथ ही राष्ट्र के अनेक आधारभूत संरचनाओं के विकास और निर्माण में अपना अद्भुत योगदान दिया है. उन्होंने कहा कि एचईसी की इतनी शानदार पृष्ठभूमि के बाद भी इसकी बदहाल स्थिति प्रबंधक से कहीं ज़्यादा केन्द्र सरकार के ऊपर सवाल खड़े करती है.
श्री तिर्की ने कहा कि आज एचईसी की बदहाल एवं दयनीय स्थिति के कारण यहाँ के 27 सौ से अधिक अधिकारी, कर्मचारी एवं अस्थाई कर्मी और उनका परिवार अभावग्रस्त होकर प्रताड़ना का जीवन झेल रहा है और इसकी जिम्मेदारी से केन्द्र सरकार, विशेषकर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी बच नहीं सकते.
आत्म चिंतन करना चाहिए: Bandhu Tirkey
श्री तिर्की ने कहा कि न सिर्फ, दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बननेवाले देश की नींव रखनेवाले अनेक औद्योगिक उपक्रमों की आधार संरचना तैयार करनेवाले बल्कि, देश को गौरवान्वित करनेवाले इसरो और एचएएल के अनेक महत्वपूर्ण उपकरणों का निर्माण करनेवाले एचईसी कि बदहाली के पीछे छुपे कारणों की पड़ताल के लिये प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और भाजपा के साथ ही उसके सभी समर्थकों को भी आत्म चिंतन करना चाहिए कि वह देश को कैसी दिशा में ले जा रहे हैं?
श्री तिर्की ने कहा कि उनकी राय में आध्यात्मिक, धार्मिक और सामाजिक मुद्दे बहुत महत्वपूर्ण होते हैं और वे इससे किसी भी दृष्टिकोण से इंकार नहीं कर रहे. लेकिन इसके कारण इस मदर इंडस्ट्री से जुड़े अधिकारियों, कर्मचारियों, अस्थाई कर्मचारियों और उनके परिवार के सदस्यों के हितों की तिलांजलि नहीं दी जा सकती और ना ही राष्ट्र के अभिमान, स्वाभिमान और औद्योगिक हितों की बलि चढ़ाई जा सकती है.
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