
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के निर्देश पर राज्यभर में चलाए जा रहे नशा मुक्ति अभियान (Nasha Mukt Jharkhand) के तहत रांची जिला प्रशासन ने सोमवार को आर्यभट्ट सभागार में एक जिला स्तरीय जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया।
आर्यभट्ट सभागार, रांची में निषिद्ध मादक पदार्थों के जिला स्तरीय जागरूकता कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि के रूप में पुलिस उपमहानिरीक्षक सह वरीय पुलिस अधीक्षक, रांची के द्वारा स्कूली छात्र-छात्राओं, शिक्षकों एवं अभिभावकों को जागरूक किया गया तथा नारकोटिक्स के संबंध में जिला पुलिस… pic.twitter.com/JcZAmI7tML
— Ranchi Police (@ranchipolice) June 24, 2025
कार्यक्रम का उद्देश्य समाज को मादक पदार्थों के दुष्प्रभावों से अवगत कराना और युवाओं को नशे की गिरफ्त में आने से रोकना था।
कार्यक्रम में रांची के उपायुक्त मंजूनाथ भजंत्री, सिविल सर्जन डॉ. प्रभात कुमार, रिनपास व सीआईपी के विशेषज्ञ डॉक्टर, नगर निगम व एनसीडी प्रकोष्ठ के पदाधिकारी, शिक्षक, अभिभावक और स्कूली छात्र-छात्राएं बड़ी संख्या में शामिल हुए।
कार्यक्रम के दौरान बच्चों ने नशे के विरुद्ध नाटक, भाषण और कविताओं के माध्यम से सशक्त संदेश दिए। उपायुक्त ने अपने संबोधन में कहा, “नशे से मुक्ति के लिए समाज को एकजुट होना होगा। यह केवल सरकार या प्रशासन की नहीं, बल्कि पूरे समाज की जिम्मेदारी है कि हम एक स्वस्थ और नशामुक्त भविष्य का निर्माण करें।”
एसएसपी रांची ने भी मंच से कहा कि, “ड्रग्स और नशा कारोबार से जुड़ी सूचना देना समाज की जिम्मेदारी है। सूचना देने वालों की पहचान गोपनीय रखी जाएगी और उनका संरक्षण किया जाएगा।”
कार्यक्रम का उद्देश्य केवल चेतना जागृत करना नहीं, बल्कि सामाजिक सहयोग से नशे के जाल को तोड़ना भी है।
यह भी पढ़े: महागठबंधन की सरकार बनी तो बनेगा पूर्व सैनिक आयोग: Tejashwi Yadav का ऐलान



