रांची: 1988 बैच की वरिष्ठ आईएएस अधिकारी Alka Tiwari ने शनिवार को झारखंड की मुख्य सचिव का पदभार संभाला। वह झारखंड की तीसरी महिला मुख्य सचिव हैं, इससे पहले लक्ष्मी सिंह और राजबाला वर्मा यह पद संभाल चुकी हैं।
Senior IAS officer Alka Tiwari on Saturday assumed charge as the new Chief Secretary of poll-bound #Jharkhand.https://t.co/9NOZfK8HAA
— The Hindu (@the_hindu) November 2, 2024
पद ग्रहण करने के बाद अलका तिवारी ने कहा कि जनहित में कार्य करना उनकी प्राथमिकता होगी। इस अवसर पर डीजीपी अजय कुमार सिंह और अन्य अधिकारियों ने उनसे मिलकर बधाई दी।
मुख्य सचिव के रूप में जनहित पर रहेगा फोकस: Alka Tiwari
अलका तिवारी ने बताया कि चूंकि राज्य में फिलहाल विधानसभा चुनाव-2024 के लिए आचार संहिता लागू है, इसलिए मुख्य सचिव के रूप में प्राथमिकताएं बताना उचित नहीं होगा। जैसे ही नई सरकार का गठन होगा, वह उसकी योजनाओं के अनुसार जनहित में काम करेंगी। पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने स्पष्ट किया कि राज्य में नई सरकार बनने के बाद वह उसकी प्राथमिकताओं के अनुरूप कार्य करेंगी।
एल खियांग्ते के सेवानिवृत्त होने के बाद बनीं मुख्य सचिव
वरिष्ठ आईएएस अधिकारी अलका तिवारी को शुक्रवार को एल खियांग्ते की सेवानिवृत्ति के बाद झारखंड की मुख्य सचिव नियुक्त किया गया। 31 अक्टूबर 2024 को खियांग्ते ने पद से रिटायरमेंट लिया, और उनका सेवा विस्तार प्रस्ताव चुनाव आयोग को भेजा गया था, लेकिन स्वीकृति न मिलने पर उनकी जगह अलका तिवारी को मुख्य सचिव बनाया गया।
Alka Tiwari का परिचय
अलका तिवारी झारखंड कैडर की वरिष्ठ आईएएस अधिकारी हैं और पहले गुमला और लोहरदगा में उपायुक्त के रूप में कार्य कर चुकी हैं। उनके पति डॉ. डीके तिवारी भी 1986 बैच के आईएएस अधिकारी रह चुके हैं और झारखंड के मुख्य सचिव के साथ-साथ राज्य निर्वाचन आयुक्त का पद भी संभाल चुके हैं।