AAP News: मेयर चुनाव टलने पर MCD दिल्ली में जोरदार हंगामा

New Delhi: AAP News: मेयर और डिप्टी मेयर का चुनाव होने के वजह से आज सदन की बैठक के प्रारंभ होने से पूर्व ही आम आदमी पार्टी के पार्षदों की ओर से भारतीय जनता पार्टी पर निशाना साधते हुए जमकर विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है।

AAP News: संपत्ति कर को बीजेपी के पार्षद ने वापस लेने की मांग की

बीजेपी के पार्षद और नेता सदन राजा इकबाल सिंह ने आप के विरुद्ध सदन में संपत्ति टैक्स बढ़ाने के विरोध करते हुए नारेबाजी शुरू की। बधाई गए संपत्ति कर को बीजेपी के पार्षद ने वापस लेने की मांग की।

AAP News: भाजपा पार्षदों ने हरियाणवी वह अन्य गीतों पर ठुमके लगाए

मेयर डॉक्टर शैली ओबेरॉय सदन में पहुंची और सदन की कार्यवाही प्रारंभ करने के लिए सभी पार्षदों से अनुरोध किया। मेरा डॉक्टर शैली ओबेरॉय ने निगम के मेयर और डिप्टी मेयर का इलेक्शन स्थगित किए जाने पर उपराज्यपाल पर आरोप लगाए। इसके पश्चात उन्होंने सदन की बैठक को अगली तारीख के लिए स्थगित कर दिया। सदन की मीटिंग स्थगित होने के पश्चात भाजपा पार्षदों ने हरियाणवी वह अन्य गीतों पर ठुमके लगाए और भाजपा के लिए लोकसभा चुनाव के मद्देनजर 400 पर के नारे लगाए।

वही आप के राजेंद्र नगर से विधायक और निगम प्रभारी दुर्गेश पाठक ने मेयर और डिप्टी मेयर चुनाव के स्थगित होने पर बीजेपी पर कई आरोप लगाए। उन्होंने केंद्र सरकार पर भी निशान साधा।

AAP News: चुनाव आयोग ने इस चुनाव के लिए अपनी मंजूरी भी दे दी थी

हालांकि दिल्ली में का चुनाव 26 अप्रैल यानी आज होना था, जो कि पीठासीन अधिकारी की नियुक्ति नहीं होने के कारण से टल गया है। आम आदमी पार्टी नेताओं ने लेफ्टिनेंट गवर्नर पर चुनाव टालने का आरोप लगाया है। चुनाव आयोग ने इस चुनाव के लिए अपनी मंजूरी भी दे दी थी, परंतु दिल्ली के उपराज्यपाल विनय सक्सेना ने चुनाव कराने के लिए जरूरी पीठासीन अधिकारी नियुक्ति नहीं किया। नतीजा यह निकला की ठीक अंतिम वक्त में मेयर चुनाव रद्द हो गए।

मेयर और डिप्टी मेयर का इलेक्शन स्थगित कर दिया गया

पीठासीन अधिकारी की नियुक्ति को लेकर दिल्ली राज निवास की ओर से जारी पत्र में कहा गया है कि मेयर और डिप्टी मेयर का इलेक्शन स्थगित कर दिया गया है। एलजी ने अपने पत्र में कहा है कि उन्हें दिल्ली के मुख्यमंत्री की तरफ से मेयर चुनाव कराने को लेकर किसी भी तरह की कोई जानकारी नहीं मिली है। उपराज्यपाल ने कहा कि चुनाव के लिए पीठासीन अधिकारी नियुक्त करने के लिए बतौर प्रशासक के रूप में वह अपनी शक्ति का उपयोग करना उपयुक्त नहीं समझते हैं।

 

 

 

 

 

 

 

 

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