सौगात : मंडरो- राजमहल की अति प्राचीन फॉसिल्स को संरक्षित रखने की नायाब पहल
सैलानियों के आकर्षण का केंद्र होगा फॉसिल्स पार्क, भूगर्भ शास्त्रियों, विद्यार्थियों और शोधकर्ताओं को शोध में होगी सहूलियत
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Ranchi: (सौगात ) धरती की उत्पत्ति कैसे हुई? मानव और अन्य जीवो की रचना का क्या आधार था? किस तरह मानव जीवन का विकास होता चला गया? मंडरो – राजमहल की पहाड़ियों का इतिहास इसकी गवाह है। मुख्यमंत्री श्री हेमन्त सोरेन ने आज मंडरो में विश्वस्तरीय फॉसिल्स पार्क तथा फॉसिल्स म्यूजियम-सह-ऑडिटोरियम उदघाटन करने के क्रम में उक्त बातें कहीं। मुख्यमंत्री ने फॉसिल पार्क का भ्रमण भी किया।
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मुख्यमंत्री ने कहा कि मंडरो की पहाड़ियों पेड़ों और चट्टानों का इतिहास उतना ही पुराना है जितना धरती पर जीवों के आगमन काल और शायद उससे भी पुराना। यह फॉसिल्स पार्क न सिर्फ पर्यटकों के लिए विशेष आकर्षण का केंद्र बनेगा, बल्कि भूगर्भ शास्त्रियों और विद्यार्थियों के शोध को भी नई दिशा देगा।
दुनिया में गिने-चुने हैं ऐसे जगह
मुख्यमंत्री ने कहा कि धरती पर मानव जीवन की रचना का इतिहास बताने वाले गिने चुने ही जगह पूरी दुनिया में हैं। उसमें साहिबगंज स्थित मंडरो की धरती पहले स्थान पर है। यहां की पहाड़ियों और जंगलों में ऐसा खजाना छिपा है, जो बिरले ही कहीं देखने को मिलेगा। यहां के फॉसिल्स ब्रह्मांड की रचना के पूरे इतिहास को अपने आप में समेटे हुए है। पूरे देश-दुनिया को इसकी जानकारी हो। साथ ही यहां के फॉसिल्स को संरक्षित रखने के लिए ही इसे फॉसिल पार्क का रूप दिया गया है।
इस अवसर पर सांसद श्री विजय कुमार हांसदा, वन विभाग के एपीसीसीएफ श्री एनके सिंह, क्षेत्रीय वन संरक्षक श्री सतीश चंद्र राय समेत कई पदाधिकारी मौजूद थे।