KK Pathak को लेकर हुआ बिहार विधानसभा में हंगामा, राबड़ी देवी ने भी उठाए प्रश्न

Patna: गुरुवार को बिहार विधानसभा में शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव KK Pathak को लेकर हंगामा देखने को मिला.

बिहार विधानसभा सदन में कार्रवाई आरंभ होते ही विपक्षी दलों के नेता हंगामा करने लगे तथा केके पाठक के के द्वारा स्कूल टाइमिंग को लेकर दिए गए आदेश की कड़ी निंदा की.

ज्ञात हो कि बुधवार को सीएम नीतीश कुमार ने कहां था कि विद्यालयों का समय सुबह 10 से शाम 4 बजे के बीच रहेगा. इसके चलते उन्होंने यह भी बताया था कि शिक्षकों का वक्त से 15 मिनट पूर्व विद्यालय में आना अनिवार्य होगा तथा छुट्टी होने के 15 मिनट के पश्चात शिक्षक विद्यालय से जाएंगे.

यह है वायरल वीडियो का मामला

KK Pathak से जुड़ा एक कथित वीडियो सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो रहा था. इस वीडियो में वह शिक्षकों के विद्यालय आने के समय की बात कर रहे हैं तथा कथित तौर पर टीचर्स को अपशब्द कहते हुए दिखाई दे रहे हैं.

KK Pathak को लेकर शिक्षा मंत्री ने यह कहा

केके पाठक को लेकर गुरुवार को विपक्ष के द्वारा किए गए हंगामे पर विधानसभा सदन में शिक्षा मंत्री विजय चौधरी ने बताया कि विपक्ष के लोग एक के बाद एक मुद्दा उठा रहे हैं. सभी की दिशाएं एक ही है विपक्ष के विधायक किसी वीडियो तथा गली की बात कर रहे हैं मैंने सुना है कि कल यह मुद्दा बिहार विधान परिषद में भी उठाया गया था. उन्होंने आगे बताया कि किसी भी अधिकारी को यह अधिकार नहीं दिया गया है कि वह किसी भी सामान्य नागरिक को अपशब्द बोले यदि किसी ने ऐसा किया है तो इस पर गौर भी किया जाएगा.

उन्होंने पूर्व शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर से मुखातिब होते हुए बताया कि वीडियो आप सदन में नहीं दिखा सकते. इसके साथ ही विधानसभा स्पीकर ने भी इस मुद्दे पर कहा कि सदन में कोई वीडियो दिखाने की अनुमति नहीं है परिषद में केवल टेप देखा जाएगा उसके पश्चात जो अनुशंसा होगी सरकार उसे मानेगी.

KK Pathak के मामले को लेकर बोली राबड़ी देवी

पूर्व सीएम राबड़ी देवी का कहना है कि क पाठक को कोई अधिकार नहीं है कि वह किसी भी विश्वविद्यालय के बी को बुलाकर बैठक करें यह अधिकार केवल महामहिम राज्यपाल को होता है. कम एक तरफ यह कहते हैं की केके पाठक बहुत ईमानदार इंसान है तथा दूसरी ही तरफ केके पाठक सीएम के आदेश को नहीं मान रहे.

जब क पाठक को लेकर विपक्ष सदन में अपनी आवाज उठाता है तो मुख्यमंत्री नीतीश कुमार दोनों और बोलते हैं. ऐसा नहीं चल सकता क्योंकि कम को तय करना ही होगा कि केके पाठक की कार्यशैली किस प्रकार की है.

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

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