
Maiya Samman Yojana, जो गरीब और जरूरतमंद महिलाओं को वित्तीय सहायता देने के उद्देश्य से शुरू की गई थी, अब विवादों में घिरती नजर आ रही है।
हाल ही में जारी नई सूची में बड़ी संख्या में महिलाओं के नाम काट दिए गए हैं, जिससे प्रदेशभर में असंतोष बढ़ता जा रहा है। पहले से ही इस योजना को लेकर कई दिक्कतें सामने आ रही थीं, और अब नए बदलावों के चलते कई योग्य महिलाओं को इसका लाभ नहीं मिल सकेगा।
Maiya Samman Yojana: किन महिलाओं के नाम सूची से काटे गए?
नई पात्रता सूची के अनुसार, कई ऐसे नाम हटा दिए गए हैं जो पहले योजना के दायरे में थे। इनमें प्रमुख रूप से शामिल हैं:
– वे महिलाएं जिनके परिवार की वार्षिक आय एक निश्चित सीमा से अधिक हो गई है।
– वे लाभार्थी जिन्होंने योजना के तहत दी गई सहायता का पहले गलत उपयोग किया था।
– कुछ तकनीकी गड़बड़ियों के कारण भी कई महिलाओं के नाम लिस्ट से बाहर हो गए हैं।
– जिन महिलाओं का दस्तावेज़ सत्यापन प्रक्रिया में किसी भी प्रकार की असंगति पाई गई।
Maiya Samman Yojana: लाभ से वंचित होने पर महिलाओं में आक्रोश
जिन महिलाओं के नाम सूची से कट गए हैं, वे इस फैसले से बेहद नाराज हैं। कई महिलाओं ने सरकारी दफ्तरों के चक्कर लगाने शुरू कर दिए हैं ताकि वे अपने नाम दोबारा जोड़वा सकें। ग्रामीण इलाकों में इस फैसले को लेकर खासा आक्रोश देखा जा रहा है, जहां पहले ही सरकारी योजनाओं का लाभ पाना मुश्किल होता है।
Maiya Samman Yojana: सरकार की सफाई और अपील
इस मामले में सरकार की ओर से सफाई दी गई है कि योजना में पारदर्शिता बनाए रखने के लिए लाभार्थियों की दोबारा समीक्षा की गई है। अधिकारियों का कहना है कि जो महिलाएं वाकई पात्र हैं, वे पुनः आवेदन कर सकती हैं और अगर किसी का नाम गलती से कट गया है, तो इसकी जांच कर उसे दोबारा जोड़ा जाएगा।
आगे क्या होगा?
अब यह देखना दिलचस्प होगा कि सरकार इस बढ़ते असंतोष को कैसे संभालती है। क्या प्रभावित महिलाओं को दोबारा इस योजना का लाभ मिलेगा या फिर इस मुद्दे पर विपक्ष सरकार को घेरने के लिए बड़ा आंदोलन करेगा? फिलहाल, महिलाओं के नाम कटने से योजना को लेकर नई टेंशन जरूर बढ़ गई है।