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Maiya Samman Yojana: लाभुकों को नहीं मिल रही राशि, अधिकारी ने बताई वजह

झारखंड: मुख्यमंत्री Maiya Samman Yojana के तहत जिन लाभुकों के खातों में राशि पहुंच गई है, वे काफी खुश हैं। लेकिन जिनके खातों में अब तक पैसा नहीं आया, वे परेशान और चिंतित हैं।

बड़ी संख्या में महिलाएं बसिया प्रखंड कार्यालय पहुंच रही हैं, यह जानने के लिए कि आखिर उनकी राशि क्यों नहीं आई। वे यह भी पता लगाना चाहती हैं कि कहीं उनके आवेदन या बैंक खाते में कोई त्रुटि तो नहीं या फिर उन्हें कब तक भुगतान मिलेगा।

खासकर होली के बाद प्रखंड कार्यालय में महिलाओं की भीड़ लगातार बढ़ रही है। दूर-दराज के गांवों से भी महिलाएं कार्यालय आ रही हैं, ताकि वे अपनी भुगतान स्थिति के बारे में जानकारी प्राप्त कर सकें।

Maiya Samman Yojana: 17,700 आवेदनों में से 4,700 हुए रद्द, 5,000 अब भी पेंडिंग

प्रखंड कार्यालय के अनुसार, कुल 17,700 आवेदन प्राप्त हुए थे, जिनमें से 4,700 आवेदन रद्द कर दिए गए हैं, जबकि लगभग 5,000 आवेदन अब भी लंबित हैं।

Maiya Samman Yojana: बीडीओ ने बताई भुगतान न मिलने की वजह

बीडीओ सुप्रिया भगत ने बताया कि कई लाभुकों को भुगतान न मिलने की वजह दस्तावेजों में त्रुटि है। उन्होंने स्पष्ट किया कि पैसा न आने के मुख्य कारण ये हो सकते हैं:

  • आधार, मोबाइल नंबर और बैंक खाते की आपस में लिंकिंग न होना
  • राशन कार्ड पर दर्ज नाम और आधार कार्ड पर दर्ज नाम में अंतर
  • राशन कार्ड का आधार से लिंक न होना
  • राशन कार्ड का केवाईसी (KYC) अपडेट न किया जाना

Maiya Samman Yojana: समाधान क्या है?

बीडीओ ने बताया कि जिन लाभुकों के दस्तावेज सही हैं, वे अपनी निबंधन संख्या और सभी आवश्यक दस्तावेजों के साथ प्रखंड कार्यालय में जाकर सुधार करवा सकते हैं।

साथ ही, राशन कार्ड धारकों को 31 मार्च तक केवाईसी अनिवार्य रूप से पूरा कराने का निर्देश दिया गया है। जिन लाभुकों के फिंगरप्रिंट स्कैन नहीं हो रहे, वे 21 मार्च से दोपहर 2 बजे के बाद प्रखंड कार्यालय में आइरिस मशीन से केवाईसी करवा सकते हैं।

Maiya Samman Yojana: जमशेदपुर के गांवों में महिलाओं की बढ़ी चिंता

झारखंड सरकार की महत्वाकांक्षी मंईयां सम्मान योजना, जिसका उद्देश्य महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाना है, पटमदा और बोड़ाम क्षेत्र में विवादों में घिरती नजर आ रही है।

हजारों महिलाओं को जनवरी से मार्च तक मिलने वाली 7,500 रुपये की किश्त नहीं मिली, जिससे वे निराश हो गई हैं।

गुरुवार को बोड़ाम बैंक के बीसी सेंटर पर महिलाओं की भारी भीड़ देखी गई, जहां वे अपनी पासबुक और आधार कार्ड के साथ भुगतान की स्थिति जांचने आई थीं। कई महिलाओं ने बताया कि पहले उन्हें योजना की राशि मिलती थी, लेकिन इस बार भुगतान नहीं हुआ।

लाभुकों की चिंता बढ़ी

सुमित्रा देवी ने निराशा व्यक्त करते हुए कहा, “हमने सोचा था कि इस पैसे से घर के कुछ काम पूरे कर लेंगे, लेकिन अब सब अधूरा रह गया है।”
वहीं, राधा कुमारी ने बताया, “मैंने इस पैसे से छोटा-मोटा व्यवसाय शुरू करने की योजना बनाई थी, लेकिन अब वह अधर में लटक गया है।”

सरकार को उठाने होंगे ठोस कदम

लाभुकों की इस चिंता और असमंजस को दूर करने के लिए सरकार को आवेदन प्रक्रिया को सरल और पारदर्शी बनाने की जरूरत है। जिनके दस्तावेजों में गड़बड़ी है, उन्हें सुधारने का त्वरित समाधान दिया जाना चाहिए, ताकि जरूरतमंद महिलाओं को उनका हक समय पर मिल सके।

 

 

 

 

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