
Jharkhand Police के एंटी टेररिज्म स्क्वाड (ATS) के तत्कालीन डीएसपी प्रदीप कुमार को निलंबित कर दिया गया है। उन पर एक विवाहिता से देर रात फोन पर बातचीत करने के आरोप लगे हैं, जिसके बाद राज्य पुलिस मुख्यालय ने यह कड़ा कदम उठाया। यह मामला सामने आते ही पुलिस विभाग में हड़कंप मच गया और उच्च अधिकारियों ने इसकी तत्काल जांच के आदेश दिए।
Jharkhand Police: आचरण नियमों के उल्लंघन पर हुई कार्रवाई
झारखंड पुलिस सेवा के अधिकारियों के लिए कड़े आचरण नियम लागू हैं, जिनका पालन करना अनिवार्य है। प्रदीप कुमार पर लगे आरोपों को गंभीर मानते हुए विभाग ने उन्हें निलंबित करने का फैसला किया। सूत्रों के मुताबिक, इस मामले में विभागीय जांच भी शुरू कर दी गई है, ताकि सच सामने आ सके।
Jharkhand News: सोशल मीडिया पर भी गरमाया मामला
जैसे ही प्रदीप कुमार के निलंबन की खबर सामने आई, सोशल मीडिया पर यह मामला चर्चा का विषय बन गया। लोग इसे पुलिस विभाग की छवि पर सवाल उठाने वाला मामला बता रहे हैं। कई लोग इसे निजी मामला कहकर इसे तूल न देने की बात कर रहे हैं, जबकि कुछ का कहना है कि यदि किसी सरकारी अधिकारी का आचरण संदिग्ध है, तो उसकी जांच होनी चाहिए।
पुलिस विभाग की सख्ती, अन्य अधिकारियों को भी चेतावनी
झारखंड पुलिस मुख्यालय ने इस घटना को लेकर सख्त रुख अपनाया है। अधिकारियों को यह संदेश दिया गया है कि अनुशासनहीनता और आचरण नियमों का उल्लंघन बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। पुलिस प्रशासन की ओर से यह भी कहा गया कि किसी भी अधिकारी या कर्मचारी का ऐसा आचरण विभाग की साख को नुकसान पहुंचा सकता है, इसलिए सभी को मर्यादाओं का पालन करना चाहिए।
Jharkhand news: आगे क्या होगा?
डीएसपी प्रदीप कुमार पर लगे आरोपों की पूरी जांच के बाद आगे की कार्रवाई तय की जाएगी। यदि आरोप सही पाए जाते हैं, तो उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई संभव है। फिलहाल, निलंबन के बाद वह पुलिस विभाग की किसी भी गतिविधि में शामिल नहीं रहेंगे। झारखंड पुलिस के इस सख्त कदम से यह साफ हो गया है कि किसी भी अधिकारी का अनुशासनहीन व्यवहार बर्दाश्त नहीं किया जाएगा, चाहे वह किसी भी पद पर क्यों न हो।