JMM का BJP पर पलटवार: विनोद पांडेय बोले- ‘अबुआ सरकार’ काम में व्यस्त, भाजपा झूठे आरोपों में मस्त

रांची | झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) ने पैरामेडिकल स्टाफ और आउटसोर्सिंग कर्मियों के मुद्दे पर भाजपा द्वारा लगाए गए आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया है।

पार्टी के केंद्रीय महासचिव सह प्रवक्ता विनोद पांडेय ने मंगलवार को तीखी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि भाजपा के आरोप “तथ्यहीन, भ्रामक और आधे-अधूरे ज्ञान” पर आधारित हैं। उन्होंने कहा कि ‘अबुआ सरकार’ जनहित के काम कर रही है, जबकि भाजपा केवल बदनाम करने की साजिश रच रही है।

JMM News: गजट की गलत व्याख्या कर रही भाजपा

विनोद पांडेय ने कहा कि श्रम विभाग की गजट अधिसूचना को भाजपा नेता चुनिंदा तरीके से पढ़कर जनता को गुमराह कर रहे हैं। सच्चाई यह है कि राज्य सरकार पैरामेडिकल स्टाफ के वेतनमान, कौशल श्रेणी और मानदेय संरचना को अपडेट करने की प्रक्रिया पर पहले से काम कर रही है। उन्होंने सवाल उठाया, “भाजपा को यह बताना चाहिए कि उनके 17-18 साल के शासन में स्वास्थ्यकर्मियों की वेतन संरचना की हालत खस्ता क्यों थी? तब वे चुप क्यों थे?”

JMM News: सदर अस्पताल में ‘लूट का सिस्टम’ भाजपा की देन

समानता सिक्योरिटी और आउटसोर्सिंग को लेकर भाजपा के हमलों का जवाब देते हुए पांडेय ने कहा कि सदर अस्पताल रांची में आउटसोर्सिंग की व्यवस्था भाजपा शासनकाल से ही चली आ रही है। उस समय भाजपा नेताओं के संरक्षण में दलाली तंत्र और भ्रष्ट एजेंसियां फल-फूल रही थीं। उन्होंने कहा, “आज जब हेमंत सरकार इस पूरे सिस्टम का ऑडिट और रिव्यू कर रही है, तो घोटाले उजागर होने के डर से भाजपा नेता बौखला गए हैं।”

संविदा कर्मियों के हमदर्द नहीं, शोषक है भाजपा

झामुमो प्रवक्ता ने आरोप लगाया कि भाजपा संविदा कर्मियों की पीड़ा पर केवल राजनीति करती है। उन्होंने चुनौती देते हुए कहा कि अगर भाजपा वाकई गंभीर है, तो केंद्र सरकार देश भर के संविदा कर्मियों के लिए ‘एक समान नीति’ क्यों नहीं बनाती? पांडेय ने कहा कि हेमंत सोरेन सरकार ने नर्सों और लैब तकनीशियनों की ऐतिहासिक बहाली की है और संविदा कर्मियों की सेवा शर्तों को सुधारने के लिए प्रतिबद्ध है।

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