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54 साल में पहली बार, समंदर से पाकिस्तान पर भारत का भीषण प्रहार — कराची पर नौसेना का हमला

नई दिल्ली | भारत-पाकिस्तान (Indo-Pak) के बीच तनाव चरम पर पहुंच चुका है। ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद बौखलाए पाकिस्तान द्वारा गुरुवार को जम्मू, पठानकोट, और जैसलमेर जैसे सीमावर्ती इलाकों पर किए गए मिसाइल और ड्रोन हमलों का भारतीय सुरक्षा बलों ने सटीक जवाब दिया है।

अब भारतीय नौसेना ने 1971 के बाद पहली बार समुद्र के रास्ते कराची पर भीषण हमला किया है, जिससे पाकिस्तान की समुद्री सुरक्षा को भारी क्षति पहुंची है।

Indo-Pak Tension: कराची पर नौसेना की जवाबी कार्रवाई

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, भारतीय नौसेना ने कराची बंदरगाह और उससे जुड़े सामरिक ठिकानों को निशाना बनाया है। हमले के बाद कराची में अफरा-तफरी मच गई है। पाकिस्तानी नौसेना को भारी नुकसान पहुंचा है, हालांकि अभी तक आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है। इस सैन्य कार्रवाई को भारत की जल-थल-नभ में समन्वित रणनीति का हिस्सा माना जा रहा है, जिसके तहत पाकिस्तान को चारों दिशाओं से घेरने की कोशिश की जा रही है।

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1971 के बाद पहली बार समुद्री हमला

भारतीय नौसेना का यह हमला ऐतिहासिक है क्योंकि 1971 की जंग के बाद यह पहला मौका है जब भारत ने कराची पर समुद्री हमला किया है। इससे पहले 1971 में ऑपरेशन ट्राइडेंट और ऑपरेशन पाइथन के तहत नौसेना ने कराची बंदरगाह को तबाह किया था।

S-400 से नष्ट किए गए पाकिस्तानी हमले

पाकिस्तान ने गुरुवार को भारत के 15 से ज्यादा सैन्य ठिकानों को निशाना बनाने की कोशिश की थी। जम्मू, उधमपुर, पठानकोट, भुज, आदमपुर जैसे ठिकानों पर मिसाइलों और ड्रोन से हमला हुआ, जिसे भारतीय सेना के S-400 एयर डिफेंस सिस्टम और सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइलों ने हवा में ही ध्वस्त कर दिया।

भारत ने की बहुआयामी कार्रवाई

गुरुवार सुबह ही भारत ने ‘कामिकेज़ ड्रोन’ से लाहौर में पाकिस्तान की वायु रक्षा प्रणाली को ध्वस्त किया था। इसके अलावा LOC के पास भी सटीक मिसाइल हमले किए गए। रक्षा मंत्रालय ने पुष्टि की है कि “भारत अपनी संप्रभुता और नागरिकों की रक्षा के लिए हर कदम उठाने को तैयार है।”

‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद तनाव चरम पर

‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत भारत ने 22 अप्रैल को पहलगाम आतंकी हमले के बाद पीओके और पाकिस्तान में नौ आतंकी ठिकानों पर प्रहार किया था, जिसमें 100 से ज्यादा आतंकवादी मारे गए थे। जवाबी कार्रवाई में जैश-ए-मोहम्मद प्रमुख मसूद अजहर का परिवार भी मारा गया। इसके बाद से पाकिस्तान की ओर से लगातार गोलाबारी और हमले हो रहे हैं।

 

 

 

 

 

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