HeadlinesJharkhandPoliticsStatesTrending

16-07: सरकार ने Corruption को शिष्टाचार बना दिया है इसके कारण आम लोग लाचार- Sudesh Mahto

सरकार ने राजनीतिक एवं लोकतांत्रिक संस्थाओं को कमजोर किया है जिसका प्रभाव जन सेवा में एवं कल्याणकारी योजनाओं में पड़ा है

हजारीबाग/ रांची। Sudesh Mahto: हेमंत सोरेन सरकार का काम और विकास के दावे सिर्फ सरकारी खंभों में लटके नजर आते हैं।

यही वजह है कि जनता सरकार से नाखुश और निराश है: Sudesh Mahto

और इन सबके बीच सरकार कुछ ऐसा एजेंडा सेट करती है जिसमें जनता के बीच भ्रम, संशय और उलझन कायम रहे। झारखंड के मुद्दे, विचार, विषय और जनभावना से सरकार का कोई वास्ता नहीं है। यही वजह है कि जनता सरकार से नाखुश और निराश है।

उन्होंने यह बातें हजारीबाग में आयोजित लोकसभा स्तरीय कार्यकर्ता सम्मेलन में कही। इस अवसर पर कांग्रेस के नेता सिद्धार्थ शंकर राय समेत कई नेताओं ने पार्टी का दामन थामा ।

Sudesh Mahto

उन्होंने कहा कि हेमंत सरकार ने 1932 को लेकर सबसे बड़ा हिमायती होने का दंभ भरती रही, लेकिन उनकी गलत नीति की वजह से यह लागू नहीं हो पाया। दरअसल 1932 कांग्रेस और जेएमएम के लिए खुद का चेहरा बचाए रखने का राजनीतिक औजार है, लेकिन आजसू के लिए यह संकल्प और प्रतिबद्धता है।

हमें अपने झारखंड को प्रयोग का नहीं उपयोग का और गतिमान बनाना है: Sudesh Mahto

आजसू प्रमुख ने शासन-प्रशासन के कामकाज और वहीं पर जमकर हमला बोला। स्वास्थ्य, शिक्षा, ऊर्जा, सिंचाई पेयजल ग्रामीण विकास और कृषि के हालात पर सरकार की बखिया उधेड़ी। उन्होंने कहा कि जिन्होंने कभी पसीना नहीं बहाया वे सत्ता की बागडोर संभाल रहे। जाहिर है वे राज्य का दर्द क्या जानेंगे। हमें अपने झारखंड को प्रयोग का नहीं उपयोग का और गतिमान बनाना है।‌

Sudesh Mahto

उन्होंने कहा कि राज्य में सरकारी स्कूलों में शिक्षकों की भारी कमी है। जिस वजह से पढ़ाई का स्तर गिर गया है। गरीब के बच्चे सरकारी स्कूल में पढ़ते हैं, लेकिन गुणवत्तापूर्ण पढ़ाई नहीं मिलने के चलते उन सभी बच्चों का भविष्य अंधकार में है। गरीब बच्चों के भविष्य से यह सरकार खिलवाड़ कर रही है।

Sudesh Mahto

यह भी पढ़े: वर्तमान सरकार नीति एवं नियोजन में विफल, मुख्यमंत्री सिर्फ अखबार में सुर्खियां बटोरना चाहते हैं- सुदेश महतो

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button