
पटना | बिहार में विधानसभा (Bihar Chunav) चुनाव का शंखनाद भले ही औपचारिक रूप से न हुआ हो, लेकिन एनडीए घटक दलों ने जमीनी तैयारियों को अंतिम रूप देना शुरू कर दिया है।
भाजपा और जदयू अपने-अपने अत्याधुनिक वार रूम के जरिए राज्य की 243 विधानसभा सीटों पर नजर रखे हुए हैं। दूसरी ओर लोजपा (RV), हम (सेक्युलर) और रालोसपा जैसे सहयोगी दल भी एक्टिव मोड में हैं।
Bihar Chunav: जदयू के वार रूम में हर बूथ पर नजर, AI तकनीक का इस्तेमाल
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पार्टी जनता दल (यूनाइटेड) ने 243 विधानसभा सीटों के प्रत्येक बूथ लेवल तक अपनी निगरानी टीम सक्रिय कर दी है। जदयू का लक्ष्य है – “बूथ जीतो, चुनाव जीतो”।
- पार्टी मुख्यालय में स्थापित अत्याधुनिक वार रूम में न केवल हर विधानसभा, पंचायत और वार्ड की चुनावी स्थिति पर रिपोर्ट तैयार की जा रही है, बल्कि वर्चुअल बैठकों के जरिए नियमित समीक्षा भी की जा रही है।
- AI आधारित विश्लेषण, सोशल मीडिया मॉनिटरिंग और फीडबैक सिस्टम के माध्यम से हर मिनट की रणनीति बनाई जा रही है।
- संजय कुमार झा (राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष) और उमेश कुशवाहा (प्रदेश अध्यक्ष) वार रूम की निगरानी कर रहे हैं।
Bihar Chunav: भाजपा का फुल-प्रूफ मीडिया मॉनिटरिंग सिस्टम
भारतीय जनता पार्टी ने अपनी ओर से प्रदेश मीडिया सेंटर को फुल-टाइम एक्टिव कर दिया है।
- क्यूआरटी (Quick Reaction Team) का गठन किया गया है जो दिनभर की घटनाओं पर नजर रखती है और शाम 9 बजे तक रिपोर्ट तैयार कर शीर्ष नेतृत्व को भेजती है।
- सोशल मीडिया, टीवी डिबेट, अखबारों और डिजिटल मीडिया पर चल रही राजनीतिक गतिविधियों की दिन में चार बार रिपोर्ट बनाई जाती है।
- प्रदेश मीडिया प्रभारी दानिश इकबाल ने बताया कि जल्द ही चुनाव प्रबंध समिति का गठन होगा, जिसमें प्रचार, कार्यक्रमों की योजना और नेताओं की उपस्थिति तय की जाएगी।
Bihar Chunav: गठबंधन दलों में भी हलचल तेज
- चिराग पासवान (लोजपा-आरवी), उपेंद्र कुशवाहा (रालोसपा) और जीतनराम मांझी (हम) अपने-अपने क्षेत्र में पार्टी को एक्टिव कर चुके हैं।
- इन दलों के साथ एनडीए का गठबंधन समन्वय भी वार रूम के जरिए किया जा रहा है।
Bihar Chunav: नीतीश कुमार का सीधा संदेश: 225 सीटों का लक्ष्य
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार चुनाव को लेकर खासे गंभीर दिख रहे हैं। वे लगातार पार्टी मुख्यालय आकर कार्यकर्ताओं को उत्साहित कर रहे हैं और उन्हें जमीन पर उतर कर काम करने की सलाह दे रहे हैं।
- वे स्पष्ट रूप से कह चुके हैं कि पार्टी को 225 सीटों पर जीत का लक्ष्य लेकर चलना चाहिए।
- मुख्यमंत्री के कार्यों को जनता तक पहुंचाने के लिए मीडिया और ग्राफिक्स आधारित कंटेंट तैयार किया जा रहा है।
एनडीए पूरी रणनीति के साथ मैदान में उतर चुकी है। वार रूम, डेटा एनालिसिस, सोशल मीडिया मॉनिटरिंग, और बूथ लेवल प्रबंधन के जरिए गठबंधन पार्टियां चुनाव को मैनेजमेंट की कसौटी पर लड़ रही हैं। मुकाबला जितना ज़मीनी होगा, उतना ही तकनीकी भी।
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