
झारखंड के मुख्यमंत्री CM Hemant Soren आज अपने पैतृक गांव नेमरा (रामगढ़) पहुंचे, जहां उन्होंने गांव के हरे-भरे खेतों और महिला-पुरुष किसानों के बीच वक्त बिताया।
जब किसानों के कंधे पर सर्वजन के साथी का हाथ हो, तब किसानों के चेहरे पर सुकून भरी मुस्कान लाजमी है… pic.twitter.com/IgttcMQcMu
— Office of Chief Minister, Jharkhand (@JharkhandCMO) August 9, 2025
मुख्यमंत्री ने धान रोपनी में जुटे किसानों व ग्रामीणों से मुलाकात की और खेती-किसानी की मौजूदा स्थिति, बारिश, खाद-बीज की उपलब्धता समेत उनकी दिक्कतों और जरूरतों के बारे में विस्तार से जानकारी ली। नेमरा के बरमसिया और बड़का नदी दोईन क्षेत्र में उन्होंने ग्रामीणों से बात कर जल संरक्षण के उपायों और स्थानीय संसाधनों के बेहतर उपयोग पर चर्चा की।
CM Hemant Soren ने गांव में किया बचपन का स्मरण, प्रकृति-संरक्षण का संदेश दिया
मुख्यमंत्री ने पगडंडियों पर चलते हुए अपना बचपन याद किया और गांव की प्राकृतिक सुंदरता को निहारा। उन्होंने कहा, “प्रकृति के अद्भुत दृश्य हमारे झारखंड के गांवों में हैं, जिन्हें देखने के लिए लोग दूर-दूर घूमने जाते हैं। हमें अपने पर्यावरण के संरक्षण और संवर्धन के लिए सजग रहना चाहिए।”
किसानों को मिला सुझाव: चेक डैम और स्थानीय जल संसाधनों का लाभ उठाएं
मुख्यमंत्री ने किसानों को सुझाव दिया कि बरसाती नदी के पानी को चेक डैम के जरिए खेतों तक पहुंचाने की योजना का लाभ लें। उन्होंने कहा, “स्थानीय संसाधनों के उपयोग और सरकार की योजनाओं का लाभ उठाकर अपनी आमदनी बढ़ाने का प्रयास करें। सरकार आपके साथ खड़ी है।”

गांव का विकास है राज्य का विकास: CM Hemant Soren
मुख्यमंत्री ने भरोसा दिलाया कि गांव-गांव तक बुनियादी सुविधाएं पहुँचाने, सड़क, सिंचाई व शिक्षा के विस्तार के लिए सरकार निरंतर प्रयासरत है। उन्होंने कहा, “सरकार किसानों के हित में हर संभव कदम उठाने के लिए प्रतिबद्ध है। गांव का विकास ही राज्य का विकास है।”
CM Hemant Soren के साथ रहे ग्रामीण साथी
इस मौके पर नेमरा के रविदास सोरेन, बिरजू सोरेन, दिलका सोरेन, विश्वनाथ बेसरा और परमेश्वर सोरेन सहित गांव के अन्य लोग मुख्यमंत्री के साथ मौजूद रहे। किसानों ने भी खुले मन से अपनी समस्याएं और सुझाव साझा किए।
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