2012 बैच के आईपीएस अधिकारी Awkash Kumar को पटना का नया एसएसपी नियुक्त किया गया है। मूल रूप से भोजपुर जिले के जगदीशपुर के निवासी अवकाश कुमार अपनी साहसी कार्रवाइयों और विवादों के लिए चर्चा में रहे हैं।
#बिहार :: बिहार में बड़े पैमाने पर IPS अधिकारियों का तबादला । #अवकाश_कुमार पटना के SSP बने । @bihar_police pic.twitter.com/my52tqlk3S
— आकाशवाणी समाचार, पटना (@airnews_patna) December 28, 2024
उन्होंने अपराधियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करके और अपने बेबाक रवैये से एक प्रभावशाली छवि बनाई है। बिहार में अपराध नियंत्रण की दिशा में उनके कार्यों की व्यापक सराहना होती रही है।
Awkash Kumar ने अपने काम से अपराधियों के बीच खौफ पैदा कर दिया
बेगूसराय में तैनाती के दौरान अवकाश कुमार ने अपने काम से अपराधियों के बीच खौफ पैदा कर दिया था। 2019 में चेरिया बरियारपुर थाना क्षेत्र में तीन कुख्यात अपराधियों—सुमंत कुमार, बलराम साहनी और धर्मा यादव—को एनकाउंटर में ढेर करके उन्होंने अपनी साहसिक कार्यशैली का परिचय दिया। इस कार्रवाई ने उन्हें न केवल सुर्खियों में ला दिया बल्कि उनकी पहचान एक एनकाउंटर स्पेशलिस्ट के रूप में भी स्थापित की।
Awkash Kumar : 2020 में केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह से हुई नोंकझोंक
उनकी बेबाकी का एक उदाहरण 2020 में केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह से हुई नोंकझोंक है। गिरिराज सिंह ने उन पर निर्दोष लोगों को जेल भेजने और अपराधियों को शह देने का आरोप लगाया था। अवकाश कुमार ने बिना हिचक मंत्री से इन आरोपों के प्रमाण मांगे और स्पष्ट रूप से कहा कि अगर कोई अपराधी को संरक्षण देने का आरोप है, तो उसके पुख्ता सबूत पेश किए जाएं। इस घटना ने उनकी ईमानदार और निडर छवि को और मजबूत किया।
बेगूसराय में एक और चर्चित मामला 2019 में 15 किलो सोना लूट का था। इस घटना में अपराधियों ने व्यापारियों से सोना लूटकर भागने की कोशिश की थी। अवकाश कुमार की टीम ने न केवल अपराधियों को गिरफ्तार किया, बल्कि शिकायत में दर्ज 9 किलो के बजाय 14 किलो सोना बरामद किया। यह उनकी कुशल जांच और टीम प्रबंधन का नतीजा था।
Awkash Kumar : राजधानी में बढ़ते अपराधों पर लगाम लगाने की उम्मीदें
पटना के एसएसपी के रूप में नियुक्ति के बाद उनसे राजधानी में बढ़ते अपराधों पर लगाम लगाने की उम्मीदें की जा रही हैं। अवकाश कुमार की साहसी छवि, बेबाक रवैया और अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की नीति पटना में कानून-व्यवस्था को बेहतर बनाने में महत्वपूर्ण साबित हो सकती है। उनका अनुभव और प्रभावशाली कार्यशैली पटना को अपराधमुक्त बनाने की दिशा में एक नई उम्मीद लेकर आएगी।