रांची: झारखंड की जेलों में बंद कैदियों के लिए नया साल बेहतर खानपान की सौगात लेकर आ सकता है। CM Hemant Soren जल्द ही बंदियों के भोजन में बदलाव का निर्णय ले सकते हैं।
कारा महानिरीक्षक ने एक प्रस्ताव तैयार कर इसे विभागीय मंत्री की सहमति के लिए भेजा है। मुख्यमंत्री की मंजूरी के बाद प्रस्ताव कैबिनेट में जाएगा और अंतिम स्वीकृति मिलने के बाद इसे लागू किया जाएगा।
Hemant Soren News: कैदियों को मिलेगा अधिक प्रोटीन
वर्तमान में, बंदियों को 2012 के डायट चार्ट के अनुसार भोजन दिया जाता है। नए प्रस्ताव के तहत कैदियों को पर्याप्त मात्रा में प्रोटीन उपलब्ध कराने पर जोर दिया गया है।
मांसाहारी बंदियों के लिए नई व्यवस्था
अब तक मांसाहारी बंदियों को सप्ताह में केवल एक दिन 100 ग्राम खस्सी का मांस दिया जाता था। नए प्रस्ताव के तहत खस्सी के मांस की जगह सप्ताह में तीन दिन 200-200 ग्राम मुर्गा और एक दिन दो अंडे दिए जाएंगे।
Hemant Soren News: शाकाहारी बंदियों को भी मिलेगा बेहतर भोजन
शाकाहारी बंदियों के लिए भी व्यवस्था में सुधार किया गया है। वर्तमान में सप्ताह में 500 ग्राम खीर देने का प्रावधान है। अब इसमें बदलाव कर, तीन दिन 100-100 ग्राम सोयाबीन बड़ी और एक दिन पनीर की सब्जी के साथ खीर देने का प्रस्ताव रखा गया है।
CM Hemant Soren के अनुभव से प्रेरित बदलाव
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने जेल में अपने अनुभव के दौरान खानपान में बदलाव की आवश्यकता महसूस की थी। जेल में रहते हुए उन्होंने बंदियों के भोजन और उनकी समस्याओं को करीब से देखा और उनसे फीडबैक लिया। उनके निर्देश पर खानपान सुधार की योजना तैयार की गई।
बंदियों ने भोजन की गुणवत्ता, विशेष रूप से मटन को लेकर असंतोष जाहिर किया था। इसके बाद ही मटन की जगह मुर्गा और अंडा शामिल करने का प्रस्ताव तैयार हुआ।
भोजन में सुधार का उद्देश्य
प्रस्ताव का मुख्य उद्देश्य बंदियों को पर्याप्त मात्रा में प्रोटीन उपलब्ध कराना और भोजन की गुणवत्ता में सुधार करना है। मुख्यमंत्री की मंजूरी और कैबिनेट की स्वीकृति के बाद यह नया डायट चार्ट जल्द ही लागू होने की उम्मीद है।