रांची। झारखंड मुक्ति मोर्चा के केंद्रीय महासचिव Vinod Kumar Pandey ने आजसू पार्टी द्वारा आज की गई प्रेस कॉन्फ्रेंस को पूरी तरह राजनीतिक प्रपंच और जनता को गुमराह करने की साजिश बताया है।
प्रेस बयान :
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आरक्षण और स्थानीय नीति पर आजसू की राजनीति दोहरी और अवसरवादी..◆ आजसू पार्टी द्वारा आज की गई प्रेस कॉन्फ्रेंस
पूरी तरह राजनीतिक प्रपंच और जनता को गुमराह करने की साजिश है। आजसू पार्टी झारखंड में ओबीसी आरक्षण को 24 से घटकर 14 प्रतिशत करने के लिए… pic.twitter.com/wmvqFTDqPj— Vinod Kumar Pandey (@VinodPandeyJMM) June 23, 2025
उन्होंने कहा कि जो पार्टी झारखंड में ओबीसी आरक्षण को 24 से घटकर 14 प्रतिशत करने के लिए जिम्मेदार है, वह आज आरक्षण पर नैतिकता की दुहाई दे रही है, यह झारखंड की जनता के साथ एक भद्दा मजाक है। आजसू पार्टी अपनी ऐसी दिशाहीन नीतियों के कारण आज जनता के बीच अपना जनाधार खो चुकी है। पिछले चुनावों के परिणाम पर गौर करें तो ये साफ नजर आता है कि आजसू पार्टी का अब कोई जनाधार नहीं बचा है।
OBC आरक्षण में कटौती में आजसू की भूमिका: Vinod Kumar Pandey
विनोद पांडेय ने कहा कि जब झारखंड की लोकप्रिय हेमंत सरकार ने ओबीसी को 27% आरक्षण देने की पहल की थी, तब न्यायालय में जाकर इसे रोकने की कोशिश NDA गठबंधन के सहयोग से हुई थी।
आजसू पार्टी NDA का महत्वपूर्ण घटक दल है। आजसू पार्टी को पहले यह बताना चाहिए कि ओबीसी आरक्षण पर उसका स्टैंड क्या है? अगर वह ओबीसी के हक में है, तो पहले यह स्पष्ट करे कि अदालत में आरक्षण रोकने वालों के साथ वह क्यों खड़ी थी ? और आजसू के साथ गठबंधन वाली बाबूलाल मरांडी की सरकार में ओबीसी आरक्षण घटाया गया था, तब आजसू पार्टी सहमत क्यों थी। आजसू पार्टी अपने इतिहास के इस कलंक को कभी नहीं मिटा सकती।
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन अपनी स्पष्ट नीतियों और के कारण आज देश के सबसे बड़े आदिवासी नेता यूं ही नहीं बन गए हैं – उनके कार्यों से, नीतियों से, निर्णयों से, योजनाओं से समाज का हर वर्ग लाभान्वित है, खुश है। माननीय मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से मुकाबला करने के लिए सबसे पहले जरूरी है उनके जैसा उदार और संवेदनशील बनना।
आरक्षण पर सवाल उठाने से पहले आत्ममंथन करे आजसू: Vinod Kumar Pandey
उन्होंने कहा कि आजसू पार्टी निजी क्षेत्र में 75% आरक्षण पर सवाल उठा रही है। आरक्षण को लेकर कोर्ट में बाधाएं खड़ी करने वाले कौन लोग हैं, यह सबको पता है।
सरकार नीतियां बना रही है, कोर्ट की प्रक्रिया का सम्मान कर रही है, लेकिन आजसू जैसे दल युवाओं की भावनाओं से खेलने का काम कर रहे हैं।
आजसू के पास नहीं है नीति, सिर्फ विरोध की राजनीति: Vinod Kumar Pandey
विनोद पांडेय ने कहा कि आजसू पार्टी न तो राज्य की स्थानीय नीति पर कोई ठोस प्रस्ताव लेकर आई, और न ही अपनी सरकारों के दौरान नियोजन को पारदर्शी बना सकी। आज जब झारखंड सरकार नियोजन नीति को कानूनी और संवैधानिक तरीके से लागू करने में लगी है, तब आजसू केवल शोर-शराबा करके सस्ती लोकप्रियता हासिल करना चाहती है।
जनता के साथ धोखा है ‘नौकरी दो’ जैसा नारा: Vinod Kumar Pandey
‘नौकरी दो’ जैसा नारा देने से पहले आजसू यह बताए कि उनकी सरकारों के दौरान युवाओं को कितनी नौकरी मिली थी? उन्होंने कितनी परीक्षाएं करवाई थीं? कितनी नियुक्तियां दी थीं? आज जब हेमंत सरकार ने हजारों पदों पर नियुक्तियां शुरू की हैं, परीक्षा आयोगों को पुनर्स्थापित किया है, पारदर्शिता लाई है, तब विपक्ष में बैठी आजसू पार्टी को यह सब दिखाई नहीं दे रहा।
संवेदनशील योजनाओं का मखौल न उड़ाए
विनोद पांडेय ने मईया सम्मान योजना को लेकर आजसू के आरोपों को भी खारिज किया। उन्होंने कहा कि यह योजना लाखों गरीब महिलाओं को सम्मान देने के लिए लाई गई है। कुछ नामों की जांच और सत्यापन की प्रक्रिया को राजनीतिक रंग देना दुर्भाग्यपूर्ण है।
“जनता को भ्रमित करने की कोशिश आजसू बंद करे। जिन मुद्दों पर वह खुद दोषी रही है, उन पर आज भाषण देना उसका असली चेहरा उजागर करता है।”
विनोद पांडेय ने कहा कि झारखंड मुक्ति मोर्चा झारखंडी जनता के अधिकार, सम्मान और विकास के लिए प्रतिबद्ध है। राजनीतिक स्वार्थ के लिए युवाओं और महिलाओं की भावनाओं से खेलने वालों को जनता अब जवाब देगी।
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