
रामगढ़। Sudesh Mahto: झारखंडियों के लिए नीति बनाने, युवाओं को रोजगार देने, बेरोजगारों को बेरोजगारी भत्ता देने तथा महिलाओं चूल्हा खर्चा देने के नाम पर आई झामुमो-महागठबंधन की सरकार ने अपने तीन वर्षों के कार्यकाल में भय, भूख और भ्रष्टाचार के अलावा इस राज्य को कुछ नहीं दिया।
आज झारखंड के पूर्व उपमुख्यमंत्री एवं केंद्रीय अध्यक्ष श्री सुदेश कुमार महतो ने रामगढ़ विधानसभा अंतर्गत गोला प्रखंड के विभिन्न गांवों में जनसंपर्क किया।
एनडीए प्रत्याशी श्रीमती सुनिता चौधरी : केला छाप🍌 क्रम संख्या-02✌️#Ramgarh #NDA #Jharkhand #Election2023
(2/2) pic.twitter.com/ktlLDmsmOx— AJSU PARTY (@ajsupartyjh) February 17, 2023
झामुमो-कांग्रेस महागठबंधन की सरकार ने झारखंड को विकास के सभी मानकों में पीछे धकेल दिया: Sudesh Mahto
आज राज्य में अफसरशाही इस कदर हावी है कि छोटे-छोटे कार्यों को लेकर जनता को प्रखंड कार्यालय के चक्कर लगाने पड़ते हैं। शिक्षा व्यवस्था पूरी तरह से ठप है। पहले कोराेना के नाम पर सरकार ने समय काटा और अब नियोजन नीति, स्थानीय नीति और आरक्षण जैसे संवेदनशील विषय का राजनीतिकरण कर, ये जनता को दिग्भ्रमित कर रहें। झामुमो-कांग्रेस महागठबंधन की सरकार ने झारखंड को विकास के सभी मानकों में पीछे धकेल दिया।
उक्त बातें झारखंड के पूर्व उपमुख्यमंत्री एवं आजसू पार्टी के केंद्रीय अध्यक्ष श्री सुदेश कुमार महतो ने रामगढ़ विधानसभा अंतर्गत गोला प्रखंड के विभिन्न गांवों में जनसंपर्क के दौरान कही।
रामगढ़ विधानसभा उपचुनाव को लेकर जनसंपर्क करते हुए आजसू पार्टी के वरीय उपाध्यक्ष एवं गिरिडीह सांसद श्री चंद्र प्रकाश चौधरी ने कहा कि रामगढ़ की जनता एवं एनडीए कार्यकर्ताओं का जोश एवं उत्साह एक नई क्रांति की शुरुआत की ओर इशारा कर रहा है।

राज्य के गरीब, मजदूर, किसान, युवा और महिला इस सरकार से त्रस्त हैं: Sudesh Mahto
रामगढ़ विधानसभा क्षेत्र के गांव-गांव से एनडीए प्रत्याशी श्रीमती सुनिता चौधरी के समर्थन में सड़कों पर उतरा जनसैलाब परिवर्तन का संकेत है। यह वर्तमान सरकार के खिलाफ नाराज़गी की गवाही है। यह भी गवाही दे रहा कि राज्य के गरीब, मजदूर, किसान, युवा और महिला इस सरकार से त्रस्त हैं।
एनडीए प्रत्याशी श्रीमती सुनिता चौधरी ने कहा कि अब रामगढ़ की जनता खुद वर्तमान सरकार एवं रामगढ़ विधायक के कार्यों का आंकलन करने लगी है और उनकी कथनी और करनी में अंतर भी जनता बखूबी समझ चुकी है। निश्चित रूप से इस बार रामगढ़ में बदलाव होगा।
यह भी पढ़े: क्या है Jharkhand सरकार का स्थानीय निति को लेकर प्लान?



