सिडनी: ऑस्ट्रेलिया के मशहूर बोंडाई बीच (Bondi Beach) पर हुए आतंकी हमले की परतें खुलने पर चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं। इस हमले को अंजाम देने वाले कोई बाहरी आतंकी नहीं, बल्कि सिडनी में ही रहने वाले एक बाप-बेटे की जोड़ी थी। एक तरफ पिता फलों का कारोबार करता था, तो दूसरी तरफ बेटे के तार आतंकी संगठन ISIS से जुड़े होने की बात सामने आई है।
हमलावरों की पहचान 50 वर्षीय साजिद अकरम (पिता) और 24 वर्षीय नवीद अकरम (बेटा) के रूप में हुई है। पिता साजिद पेशे से एक ‘फ्रूट सेलर’ था और हैरानी की बात यह है कि उसके पास 6 बंदूकों का कानूनी लाइसेंस था। वहीं, बेटा नवीद पहले राजमिस्त्री का काम करता था। नवीद 2019 में ऑस्ट्रेलियाई खुफिया एजेंसी (ASIO) के रडार पर आया था, जब उसके ISIS समर्थकों से संपर्क का शक हुआ था, लेकिन तब उसे कम खतरे वाला मानकर छोड़ दिया गया था।
साजिश: ‘फिशिंग ट्रिप’ का बहाना
बाप-बेटे ने इस खूनी खेल की साजिश बेहद शातिराना तरीके से रची। हमले वाले दिन, रविवार को उन्होंने अपने परिवार से झूठ बोला कि वे ‘जर्विस बे’ इलाके में मछली पकड़ने (फिशिंग ट्रिप) जा रहे हैं। पिता ने अपने लाइसेंसी हथियारों का इस्तेमाल किया, ताकि किसी को शक न हो। पुलिस को उनकी कार से ISIS का झंडा और विस्फोटक (IEDs) भी मिले हैं, जो दर्शाता है कि उनकी योजना और भी बड़ी थी।
अंजाम: फुटब्रिज से बरसाईं गोलियां
हमले के लिए उन्होंने हनुक्का त्योहार की शाम को चुना, जब बीच पर भारी भीड़ थी। दोनों एक ऊंचे फुटब्रिज पर चढ़ गए और वहां से लॉन्ग-रेंज राइफलों से नीचे मौजूद लोगों पर गोलियां बरसानी शुरू कर दीं। पुलिस की त्वरित जवाबी कार्रवाई में पिता साजिद मौके पर ही ढेर हो गया, जबकि बेटा नवीद गंभीर रूप से घायल हो गया और उसे गिरफ्तार कर लिया गया है।
यह भी पढ़ें: भाजपा में बड़ा बदलाव, बिहार के Nitin Nabin बने पार्टी के कार्यकारी राष्ट्रीय अध्यक्ष