Patna: पुलिस सूत्रों ने बताया कि औरंगाबाद में बुधवार को औरंगाबाद में तीन और लोगों की मौत के बाद बिहार (Bihar News) के ‘सूखे’ इलाके में जहरीली शराब की ताजा घटना में मृतकों की संख्या 16 हो गई है। परन्तु, प्रशासन ने बस 9 संदिग्ध जहरीली शराब से हुई मौतों की पुष्टि की है जिसमे से 6 औरंगाबाद में और 3 गया में।
औरंगाबाद के जिला मजिस्ट्रेट सौरभ जोरवाल ने जिले में पिछले तीन दिनों में छह संदिग्ध जहरीली शराब की मौतों की पुष्टि की। उन्होंने बोला कि औरंगाबाद के सीमावर्ती गांवों में पड़ोसी राज्य झारखंड से लाई गई और छेत्रीय विक्रेताओं को आपूर्ति की गई जहरीली शराब इस त्रासदी के पीछे थी।
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Bihar News: सरगना संतोष चौधरी और उनके चार साथियों को गिरफ्तार कर लिया गया है
गया के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (SSP) हरप्रीत कौर ने बोला कि इस प्रकरण में लिप्त सरगना संतोष चौधरी और उनके चार साथियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। इस बीच, गया के मगध मेडिकल कॉलेज और अस्पताल (एमएमसीएच) और जिले के शेरघाटी के एक अस्पताल में एक होमगार्ड कांस्टेबल और एक शराब विक्रेता सहित बीमार पड़ने वाले 15 लोगों का अभी भी इलाज चल रहा है।

डॉ अर्जुन चौधरी MMCH के प्राचार्य और नेत्र रोग विशेषज्ञ है उन्होंने कहा कि मरीज़ों में लक्षण मिथाइल अल्कोहल के सेवन के और इशारा कर रहा हैं, जो मेडिकल उपयोग के लिए होता है और मानव उपयोग के लिए सख्त बैन है। उन्होंने कहा कि इसका सेवन करने से नेत्र को छती पहुँचती है और बहुत अधिक मात्रा में सेवन करने से मृत्यु हो सकती है।
सभी मामलों में शराब पीने के 1 घंटे पश्चात लक्षण विकसित हुए और 3-4 घंटे के अंदर उनकी मृत्यु हो गई
डॉ महेश प्रसाद प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (PHC) के चिकित्सा अधिकारी ने बोला कि उन्होंने छाती और आंखों में जलन, धुंधली दृष्टि और सांस लेने में दिक्कत की शिकायत की। इन सभी मामलों में शराब पीने के 1 घंटे पश्चात लक्षण विकसित हुए और 3-4 घंटे के अंदर उनकी मृत्यु हो गई। बिहार में अप्रैल 2016 से मदिरा की बिक्री और खपत बैन है।
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