Amba Prasad: कंडाबेर माता स्थान से सिरमा तक होने वाले पथ निर्माण कार्य का विधायक ने किया शिलान्यास

मां अष्टभुजी माता स्थान, कंडाबेर को पर्यटन स्थल के रूप में किया जा रहा है विकसित, उपलब्ध कराई जा रही हैं हर सुविधा- अंबा प्रसाद

केरेडारी:- Amba Prasad: दिन रविवार को केरेडारी प्रखंड अंतर्गत कंडाबेर स्थित मां अष्टभुजी मंदिर परिसर माता स्थान से सिरमा तक होने वाले सड़क निर्माण कार्य का शिलान्यास स्थानीय विधायक सुश्री अंबा प्रसाद के कर कमलों के द्वारा किया गया।

कंडावेर माता स्थान को पर्यटन स्थल का दर्जा दिलवाने के लिए लगातार प्रयास कर रही हूं: Amba Prasad

केरेडारी प्रखंड के कंडाबेर पहुंचने पर चिलचिलाती धूप के बीच स्थानीय विधायक अंबा प्रसाद का ग्रामीणों ने पूरे गर्मजोशी से फूल माला पहनाकर एवं ढोल बाजे के साथ पारंपरिक रूप से स्वागत किया।विधायक ने सड़क निर्माण हेतु सिलापट का अनावरण करके एवं विधिवत पूजा पाठ करके शुभारंभ किया। इस अवसर पर विधायक अंबा प्रसाद ने कहा कि कंडावेर माता स्थान को पर्यटन स्थल का दर्जा दिलवाने के लिए लगातार प्रयास कर रही हूं।

सिरमा से माता स्थान तक सड़क बनने से श्रद्धालुओं तथा आसपास के निवासियों को काफी सुविधा होगी: Amba Prasad

क्षेत्र के कई पर्यटन स्थल का समुचित विकास किया जा रहा है, आने वाले दिनों में बड़कागांव विधानसभा को पर्यटन के क्षेत्र में भी सबसे अग्रणी बनाया जाएगा। लगातार किए जा रहे प्रयासों की बदौलत मां अष्टभुजी माता स्थान, कंडाबेर को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित हो रहा है। माता जी के स्थान पर हर सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है, सिरमा से माता स्थान तक सड़क बनने से श्रद्धालुओं तथा आसपास के निवासियों को काफी सुविधा होगी।

Amba Prasad

माता स्थान के सुंदरीकरण एवं जीर्णोद्धार का कार्य 50 लाख की लागत से किया गया है: Amba Prasad

विधायक ने ग्रामीण कार्य विशेष प्रमंडल के अधिकारियों तथा निर्माण कार्य करने वाले संवेदक को गुणवत्ता का विशेष ख्याल रखना व तय समय सीमा के भीतर निर्माण कार्य पूर्ण करने को कहा। ज्ञातव्य हो कि विगत दिनों विधायक अंबा प्रसाद के प्रयासों के बदौलत ही मां अष्टभुजी माता स्थान के सुंदरीकरण एवं जीर्णोद्धार का कार्य 50 लाख की लागत से किया गया है। मौके पर मुख्य रूप से मुखिया दिनेश साव, पंचायत अध्यक्ष सुरेश राम, बालेश्वर साव, राजेश साव, अशोक बंटी राज, रामू सिंह समेत कई महिला-पुरुष मौजूद थे।

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

यह भी पढ़े: Basukinath धाम में पाताल महादेव के दर्शन के लिए जुटने लगे श्रद्धालु

 

Exit mobile version