Patna: आईएएस अफसर KK Pathak के छुट्टी पर जाने के बाद शिक्षा विभाग और विश्वविद्यालयों के बीच की कड़वाहट दूर होती नजर आ रही है.
पटना में शिक्षा विभाग और विश्वविद्यालयों की बैठक हुई#education #biharteachers #teacher #BiharEducationDept #KKPathak pic.twitter.com/tLFd696eiu
— News18 Bihar (@News18Bihar) June 12, 2024
KK Pathak News: बैठक में विश्वविद्यालयों के बजट को लेकर चर्चा की गई
पाठक की जगह शिक्षा विभाग के नए अपर मुख्य सचिव बने एस सिद्धार्थ की बैठक में सभी विश्वविद्यालयों के कुलपति शामिल हुए. इससे पहले केके पाठक के एसीएस रहते हुए विभाग की आधा दर्जन से अधिक बैठकों में कोई भी कुलपति नहीं आए थे. बुधवार को मौजूदा एसीएस एस सिद्धार्थ की अध्यक्षता में हुई बैठक में विश्वविद्यालयों के बजट को लेकर चर्चा की गई.
शिक्षा विभाग ने पिछले हफ्ते ही राजभवन को इस बैठक के बारे में सूचना दे दी थी
शिक्षा विभाग में आने से पहले सभी कुलपतियों की राजभवन में बैठक हुई. राज्यपाल सह कुलाधिपति राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर की अध्यक्षता में हुई इस बैठक में शिक्षा मंत्री सुनील कुमार और एसीएस एस सिद्धार्थ भी मौजूद रहे. शिक्षा विभाग ने पिछले हफ्ते ही राजभवन को इस बैठक के बारे में सूचना दे दी थी. मुख्य सचिव बदलने के बाद शिक्षा विभाग और राजभवन के संबंधों में भी सुधार आया है.
केके पाठक के एसीएस रहते कई मुद्दों पर विभाग और राजभवन के बीच टकराव की स्थिति बनी हुई थी लेकिन अब एस सिद्धार्थ के आने से इन संबंधों में सकारात्मक बदलाव देखने को मिल रहा है.
KK Pathak News: फरवरी के बाद से विश्वविद्यालयों को वेतन-पेंशन की राशि नहीं मिली
राज्य के सभी विश्वविद्यालयों को दो दिनों के अंदर चार माह की वेतन राशि भेजी जाएगी. कुलपतियों की बैठक के बाद शिक्षा मंत्री सुनील कुमार ने यह जानकारी दी. फरवरी के बाद से विश्वविद्यालयों को वेतन-पेंशन की राशि नहीं मिली थी. बैठक में विश्वविद्यालयों के बजट की समीक्षा की गई. इस बैठक के बाद पूर्णिया, मुंगेर और अरबी-फारसी विश्वविद्यालयों के बैंक खातों के संचालन पर लगी रोक को शिक्षा विभाग ने हटा दिया.
इसके साथ ही कामेश्वर सिंह दरभंगा संस्कृत विश्वविद्यालय के कुलपति के वेतन पर लगी रोक भी समाप्त कर दी गई है. विभाग ने बुधवार को इस संबंध में आदेश जारी किया.
मुख्यमंत्री के साथ हर महत्वपूर्ण कार्यक्रम में नजर आते हैं
शिक्षा विभाग के मौजूदा अपर मुख्य सचिव एस सिद्धार्थ मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के सबसे भरोसेमंद अफसरों में से एक हैं. सिद्धार्थ सीएम सचिवालय के अपर मुख्य सचिव भी हैं और मुख्यमंत्री के साथ हर महत्वपूर्ण कार्यक्रम में नजर आते हैं. सीएम के करीबी अफसर के विभाग संभालने से राजभवन और शिक्षा विभाग के बीच केके पाठक के कार्यकाल के दौरान उत्पन्न कड़वाहट कम होती दिख रही है. केके पाठक ने हाल ही में एक महीने की लंबी छुट्टी का आवेदन किया था जिसे नीतीश सरकार ने मंजूर कर लिया.
इस विभाग के समग्र विकास के लिए एक सकारात्मक संकेत है
KK Pathak के छुट्टी पर जाने के बाद वरिष्ठ आईएएस अधिकारी एस सिद्धार्थ को शिक्षा विभाग के एसीएस का प्रभार सौंपा गया. हालांकि केके पाठक को उनके पद से हटाया नहीं गया है. एस सिद्धार्थ के शिक्षा विभाग का प्रभार संभालने के बाद राजभवन और शिक्षा विभाग के बीच संबंधों में सुधार आ रहा है जो कि इस विभाग के समग्र विकास के लिए एक सकारात्मक संकेत है. बिहार में महागठबंधन सरकार के समय केके पाठक पहले भी एक लंबी छुट्टी पर जा चुके हैं.
उस अवधि के दौरान विभाग में सचिव बैधनाथ यादव को एसीएस का कार्यभार सौंपा गया था. जब केके पाठक अपनी छुट्टी से लौटे, तो उन्होंने पुनः एसीएस की जिम्मेदारी संभाल ली थी. लेकिन इस बार स्थिति थोड़ी भिन्न है. इस बार उनका कार्यभार एक अपर मुख्य सचिव स्तर के अधिकारी को सौंपा गया है. इस घटनाक्रम से यह संकेत मिल रहा है कि केके पाठक की इस बार छुट्टी से लौटने पर शि विभाग में वापसी संभवतः न हो.