Patna: बिहार के नेता प्रतिपक्ष Tejashwi Yadav ने अप्रत्यक्ष रूप से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर हमला बोलते हुए एक चौंकाने वाला बयान दिया है.
पूरे विश्व में इतना असहाय,अशक्त,अमान्य,अक्षम, विवश,बेबस,लाचार और मजबूर कोई ही मुख्यमंत्री होगा जो BDO, SDO, थानेदार से लेकर वरीय अधिकारियों और यहाँ तक कि संवेदक के निजी कर्मचारी के सामने बात-बात पर हाथ जोड़ने और पैर पड़ने की बात करता हो?
बिहार में बढ़ते अपराध, बेलगाम भ्रष्टाचार,… pic.twitter.com/5a5lY4Pq5t
— Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) July 10, 2024
बढ़ते अपराध, बेलगाम भ्रष्टाचार, पलायन और प्रशासनिक अराजकता का कारण: Tejashwi Yadav
तेजस्वी ने बिना किसी का नाम लिए कहा कि विश्व में ऐसा कोई मुख्यमंत्री नहीं होगा जो बीडीओ, एसडीओ, थानेदार से लेकर वरीय अधिकारियों और संवेदक के निजी कर्मचारियों के सामने बात-बात पर हाथ जोड़ने और पैर पड़ने की बात करता हो. तेजस्वी यादव ने बुधवार को कहा कि बिहार में बढ़ते अपराध, बेलगाम भ्रष्टाचार, पलायन और प्रशासनिक अराजकता का मुख्य कारण यह है कि एक कर्मचारी तक मुख्यमंत्री की नहीं सुनता.
उन्होंने सवाल उठाया कि ऐसा क्यों हो रहा है और क्यों नहीं आदेशों का पालन किया जाता यह विचारणीय विषय है.
Tejashwi Yadav ने अधिकारियों पर भी साधा निशाना
अधिकारियों पर भी तंज कसते हुए तेजस्वी ने कहा कि इसमें कर्मचारियों और अधिकारियों का अधिक दोष नहीं है. उन्होंने कहा कि एक कमजोर और बेबस मुख्यमंत्री के कारण बिहार में वही हो रहा है जो चंद सेवारत और सेवानिवृत्त अधिकारियों ने ठाना है. क्योंकि अधिकारी भी जानते हैं कि ये 43 सीट वाली तीसरे नंबर की पार्टी के मुख्यमंत्री हैं.
यह भी पढ़े: Jharkhand Cabinet: CM Hemant Soren ने विभागों का बंटवारा किया
तेजस्वी यादव ने कहा कि जब शासन में इकबाल खत्म हो जाए और शासक में आत्मविश्वास न रहे तब उसे सिद्धांत, जमीर और विचार किनारे रख ऊपर से लेकर नीचे तक हर किसी के सामने हाथ जोड़ने और पैर पड़ने की नौबत आ जाती है. उन्होंने कहा कि उन्हें कुर्सी की चिंता नहीं है बल्कि बिहार और 14 करोड़ बिहारवासियों के वर्तमान और भविष्य की चिंता है.
तेजस्वी यादव का यह बयान बिहार की राजनीति में एक नया मोड़ ला सकता है क्योंकि उन्होंने सीधे तौर पर नीतीश कुमार की प्रशासनिक पकड़ पर सवाल उठाए हैं. अब देखना यह होगा कि नीतीश कुमार और उनकी पार्टी इस बयान पर क्या प्रतिक्रिया देती है.
यह भी पढ़े: Jharkhand खनन प्रभावित क्षेत्रों के लिए पुनर्वास आयोग स्थापित करेगा