तेहरान – Midnight Hammer: मध्य-रात्रि में अमेरिका ने ईरान के परमाणु ठिकानों पर भीषण हवाई हमला कर पूरी दुनिया को चौंका दिया।
‘ऑपरेशन मिडनाइट हैमर’ नामक इस गुप्त सैन्य कार्रवाई में अमेरिका ने 25 मिनट के भीतर 14 बंकर-बस्टर बम गिराकर ईरान के तीन प्रमुख परमाणु ठिकानों—फोर्डो, नतांज और इस्फहान—को भारी नुकसान पहुंचाया।
Operation Midnight Hammer: How the US utilized deception and attacked Iran under the cover of darkness. pic.twitter.com/VgN1Zc91xa
— Fox News (@FoxNews) June 22, 2025
डोनाल्ड ट्रम्प के आदेश पर चला ऑपरेशन Midnight Hammer
अमेरिकी रक्षा सचिव पीट हेगसेथ ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में जानकारी दी कि यह ऑपरेशन पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के आदेश पर अमेरिकी सेंट्रल कमांड के जनरल एरिक कुरिल्ला की निगरानी में अंजाम दिया गया। उन्होंने कहा,
“यह ऑपरेशन साहसी और चौंकाने वाला था। इससे दुनिया को संदेश गया है कि अमेरिकी शक्ति वापस आ गई है।”
तीन परमाणु ठिकाने निशाने पर
हेगसेथ ने बताया कि हमले का उद्देश्य ईरान के परमाणु कार्यक्रम को कमजोर करना या पूर्ण रूप से नष्ट करना था। इस हमले में ईरानी सेना या आम नागरिकों को निशाना नहीं बनाया गया। उन्होंने कहा,
“हमारा उद्देश्य ईरानी नागरिक नहीं, बल्कि परमाणु हथियारों का ढांचा था।”
Midnight Hammer: ईरान की सुरक्षा प्रणाली को चकमा देने में मिली सफलता
पेंटागन के अनुसार, अमेरिका ने ईरान की एयर डिफेंस सिस्टम को चकमा देने के लिए विशेष छद्म रणनीति अपनाई। इससे ईरानी रडार और मिसाइल सिस्टम हमलावर विमानों को ट्रैक नहीं कर सके।
पेंटागन ने जारी किया हमला मिशन का नक्शा
अमेरिकी रक्षा विभाग ने हमले की लोकेशन का मैप जारी किया, जिसमें तीनों परमाणु ठिकानों को दर्शाया गया है। दावा किया गया कि हमला 100% सटीकता के साथ सफल रहा और इन स्थलों को “गंभीर नुकसान” पहुंचा है।
“हम लंबी लड़ाई नहीं चाहते” – अमेरिका
रक्षा मंत्री हेगसेथ ने स्पष्ट किया कि अमेरिका ईरान से दीर्घकालिक युद्ध नहीं चाहता। उन्होंने कहा,
“हमारा हस्तक्षेप सीमित है, लेकिन यदि ज़रूरत पड़ी, तो और भी कठोर कदम उठाए जाएंगे। अमेरिकी सेना पूरी तरह तैयार है।”
Midnight Hammer: ईरान की प्रतिक्रिया का इंतजार
इस हमले के बाद अब सभी की नजरें ईरान की आधिकारिक प्रतिक्रिया पर टिकी हैं। इस कार्रवाई से ईरान-इजराइल तनाव और भी गहराने की आशंका जताई जा रही है।
