Patna: Manish Kashyap: मजदूरों का तमिलनाडु में फर्जी वीडियो वायरल करने के मामले में बिहार की आर्थिक अपराध इकाई Manish Kashyap और युवराज सिंह राजपूत को गिरफ्तार करेगी।
तमिलनाडु में कामकाजी बिहार के निवासियों के लिये भ्रामक वीडियो को प्रसारित करने के मामले में आर्थिक अपराध इकाई की अद्यतन कार्रवाई
1.आर्थिक अपराध थाना काण्ड सं0-03/23 के प्राथमिकी अभियुक्त मनीष कश्यप एवं युवराज सिंह राजपूत के विरुद्ध गिरफ्तारी हेतु वारण्ट प्राप्त किया गया।(1/7)— Bihar Police (@bihar_police) March 15, 2023
Manish Kashyap और युवराज सिंह को पकड़ने के लिए पुलिस की टीमें जगह-जगह छापेमारी कर रही है
इनकी गिरफ्तारी के लिए एक विशेष टीम का गठन किया गया है। मनीष कश्यप और युवराज सिंह को पकड़ने के लिए पुलिस की टीमें जगह-जगह दबिश दे रही है और छापेमारी कर रही है। दोनों यूट्यूब उसके बैंक खाते को भी फ्रीज कर दिया गया है।
बिहार पुलिस ने यूट्यूब और मनीष कश्यप के बैंक खातों में जमा राशि को फ्रीज कर दिया है। इस खाते में कुल 42.22 लाखों रुपए है। आगे बिहार पुलिस ने कहा कि इनके स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के खाते में 337496 रुपए, एचडीएफसी बैंक अकाउंट में ₹337463 है, आईडीएफसी बैंक के अकाउंट में ₹51059 हैं, सचेतक फाउंडेशन के एचडीएफसी बैंक के खाते में 3485909 रुपए जमा है।
यह भी बता दें कि मनीष कश्यप पर तमिलनाडु में रहने वाले बिहारी मजदूरों के विरुद्ध कथित रूप से हो रहे हम लोग को लेकर फेक वीडियो शेयर करने का आरोप है। इसी प्रकरण में मनीष कश्यप पर पहले से एफ आई आर दर्ज है। मनीष कश्यप का ट्विटर अकाउंट भी ब्लॉक हो चुका है। परंतु इस दौरान उसके नाम से नए अकाउंट manishkashyap43 बनाया गया और ट्वीट कर यह दावा किया गया कि बिहार पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया है।
इसके पश्चात बिहार पुलिस ने ट्वीट कर यह साफ किया कि मनीष कश्यप और युवराज को गिरफ्तार नहीं किया गया है। और यह ट्वीट फर्जी है। गिरफ्तारी की अफवाह फैलाकर लोगों को भ्रमित करने के आरोप में EOU ने FIR No. 5/23 दर्ज की थी।
Manish Kashyap का असली नाम त्रिपुरारी कुमार तिवारी
जानकारी के अनुसार मनीष कश्यप की पैदाइश 9 मार्च 1951 को बिहार के पश्चिमी चंपारण जिले के डुमरी महनवा गांव में हुआ था। मनीष कश्यप खुद को Son of Bihar लिखते हैं। और इनका असली नाम त्रिपुरी कुमार तिवारी है। इस नाम के पीछे वह कश्यप लगाता है। परंतु ज्यादातर जगहों पर मनीष लिखता है।
मनीष कश्यप की शुरुआती शिक्षा गांव में ही हुई। उसने वर्ष 2009 में 12वीं पास की थी। जिसके पश्चात में महारानी जानकी कुंवर महाविद्यालय से उच्च शिक्षा पूर्ण की। मनीष कश्यप ने वर्ष 2016 में पुणे के सावित्रीबाई फूले यूनिवर्सिटी से सिविल इंजीनियरिंग में बीई की डिग्री हासिल की। परंतु इस सेक्टर में नौकरी नहीं की। डिग्री लेने के 2 वर्ष पूर्व यूट्यूब चैनल बनाकर पत्रकारिता करने लगे।
Manish Kashyap वर्ष 2020 में चुनाव भी लड़ चुके हैं
बिहार के चनपटिया विधानसभा से 2020 में त्रिपुरारी उर्फ मनीष ने निर्दलीय चुनाव लड़ा था। नामांकन के वक्त चुनाव आयोग को दिए गए हलफनामे में मनीष बतौर प्रत्याशी अपना नाम त्रिपुरारी कुमार तिवारी बताया था। उनकी मां मधु गृहणी है। और उनके पिता उदित कुमार तिवारी भारतीय सेना में रहे हैं जिन पर मनीष कश्यप को बहुत ज्यादा गर्व है।
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