Ranchi: झारखंड के राजनीति के दिग्गज और झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) के संस्थापक Shibu Soren आज अपना 81वां जन्मदिन मना रहे हैं।
मेरे गुरु, मेरे मार्गदर्शक, मेरे बाबा आदरणीय दिशोम गुरुजी को जन्मदिन की अनेकानेक बधाई और शुभकामनाएं। pic.twitter.com/1BIHMRCLVD
— Hemant Soren (@HemantSorenJMM) January 11, 2025
इस खास मौके पर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, मंत्रिमंडल के सदस्य और पार्टी के कई वरिष्ठ नेता रांची स्थित उनके आवास पर पहुंचे। सभी ने शिबू सोरेन को जन्मदिन की शुभकामनाएं दीं और उनके दीर्घायु होने की कामना की।
Shibu Soren ने केक काटकर मनाया गया जन्मदिन
जन्मदिन के इस अवसर पर एक सादे लेकिन भावनात्मक समारोह का आयोजन किया गया। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने अपने पिता के साथ केक काटा और उनके प्रति सम्मान प्रकट किया। कार्यक्रम में शामिल पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं ने इस क्षण को ऐतिहासिक बताया और शिबू सोरेन के संघर्ष व योगदान को याद किया।
राजनीति में Shibu Soren का योगदान
शिबू सोरेन, जिन्हें प्यार से ‘गुरुजी’ के नाम से भी जाना जाता है, झारखंड की राजनीति में एक स्तंभ के रूप में स्थापित हैं। उन्होंने झारखंड के आदिवासी समुदाय के हक और अधिकारों के लिए अपना पूरा जीवन समर्पित कर दिया। झारखंड मुक्ति मोर्चा की स्थापना से लेकर झारखंड को अलग राज्य का दर्जा दिलाने तक, शिबू सोरेन का योगदान अविस्मरणीय है।
नेताओं ने दी बधाई
जन्मदिन के इस मौके पर न केवल JMM के नेता, बल्कि अन्य राजनीतिक दलों के नेताओं ने भी गुरुजी को बधाई दी। झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास ने शिबू सोरेन से मुलाकात की और उन्हें शुभकामनाएं दीं। रघुवर दास ने कहा, “गुरुजी का जीवन झारखंड की मिट्टी और यहां के लोगों के लिए प्रेरणादायक है। उनके संघर्ष और नेतृत्व ने राज्य को नई दिशा दी है।”
पार्टी कार्यकर्ताओं में उत्साह
शिबू सोरेन के जन्मदिन को लेकर झारखंड मुक्ति मोर्चा के कार्यकर्ताओं में काफी उत्साह देखा गया। राज्यभर में पार्टी कार्यालयों में उनके जन्मदिन पर विशेष कार्यक्रम आयोजित किए गए। कार्यकर्ताओं ने कहा कि गुरुजी का जीवन संघर्ष और बलिदान की मिसाल है। उन्होंने झारखंड के गरीबों, मजदूरों और किसानों के अधिकारों के लिए लड़ाई लड़ी है।
परिवार का भावनात्मक संदेश
गुरुजी के परिवार ने भी इस मौके पर अपने विचार साझा किए। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा, “पिताजी न केवल हमारे परिवार, बल्कि पूरे झारखंड के मार्गदर्शक हैं। उनके विचार और आदर्श हमें प्रेरित करते हैं। उनकी शिक्षाओं को अपनाकर हम झारखंड को समृद्ध और सशक्त राज्य बनाने के लिए प्रयासरत हैं।”
समाज और राजनीति के लिए प्रेरणा
शिबू सोरेन का जीवन कठिन संघर्षों से भरा रहा है। उन्होंने झारखंड आंदोलन के दौरान कई उतार-चढ़ाव देखे, लेकिन अपने लक्ष्य से कभी नहीं भटके। उनके संघर्ष और नेतृत्व ने झारखंड को न केवल राजनीतिक रूप से सशक्त बनाया, बल्कि आदिवासी समाज को भी अपनी पहचान दिलाई।
राजनीतिक और सामाजिक प्रभाव
81 वर्ष की उम्र में भी शिबू सोरेन का अनुभव और मार्गदर्शन झारखंड मुक्ति मोर्चा और झारखंड की राजनीति को दिशा दे रहा है। उनका संघर्षपूर्ण जीवन न केवल राजनीतिक कार्यकर्ताओं के लिए, बल्कि आम जनता के लिए भी प्रेरणा का स्रोत है।
समारोह का समापन
शिबू सोरेन के जन्मदिन का यह समारोह उनके समर्थकों और शुभचिंतकों के लिए एक भावनात्मक अवसर था। झारखंड के विकास में उनकी भूमिका को याद करते हुए सभी ने उनके अच्छे स्वास्थ्य और लंबी उम्र की कामना की। गुरुजी के जन्मदिन का यह उत्सव उनके योगदान और संघर्ष को सलाम करने का एक मौका था, जो झारखंड और देश की राजनीति में सदैव स्मरणीय रहेगा।