Salman Rushdie के हमलावर को 25 साल की सजा, कोर्ट ने बताया ‘अभिव्यक्ति की आज़ादी पर हमला’

न्यूयॉर्क: विश्व प्रसिद्ध लेखक Salman Rushdie पर जानलेवा हमला करने वाले हादी मतार को अमेरिकी अदालत ने शुक्रवार को 25 साल की सजा सुनाई है।

अगस्त 2022 में न्यूयॉर्क के एक सांस्कृतिक कार्यक्रम में रुश्दी पर चाकू से हमला करने वाले मतार को हत्या की कोशिश और हमले का दोषी पाया गया था।

Salman Rushdie की एक आंख की रोशनी चली गई थी

हमले में रुश्दी की एक आंख की रोशनी चली गई थी और उन्हें कई गंभीर चोटें आई थीं। घटना उस समय हुई जब रुश्दी एक साहित्यिक चर्चा कार्यक्रम में भाषण देने मंच पर पहुंचे ही थे कि मंच पर चढ़े 27 वर्षीय मतार ने उन पर कई बार चाकू से वार किया।

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सजा सुनाते हुए न्यायाधीश डेविड डब्ल्यू. फोली ने कहा, “यह हमला न केवल एक व्यक्ति पर, बल्कि अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर सीधा हमला था।” अदालत ने मतार की उस दलील को खारिज कर दिया जिसमें उसने रुश्दी को ‘बदमाश’ बताया था।

Salman Rushdie: द सैटैनिक वर्सेज़ को लेकर दुनिया भर के मुस्लिम समुदायों में आक्रोश फैल गया

Salman Rushdie पहले भी विवादों में रह चुके हैं। 1988 में प्रकाशित उनके उपन्यास द सैटैनिक वर्सेज़ को लेकर दुनिया भर के मुस्लिम समुदायों में आक्रोश फैल गया था। ईरान के तत्कालीन सर्वोच्च धार्मिक नेता अयातुल्ला खोमैनी ने उनके खिलाफ मौत का फतवा जारी किया था, जिसके बाद से रुश्दी लंबे समय तक सुरक्षा घेरे में रहे।

अदालत के इस फैसले को अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता और लेखकीय सुरक्षा की दिशा में एक बड़ी जीत के तौर पर देखा जा रहा है।

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