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भारत विरोधी बयानबाजी से बाज नहीं आ रहे Muhammad Yunus, चीन को दिया बड़ा प्रस्ताव

नई दिल्ली: बांग्लादेश की अंतरिम सरकार का नेतृत्व कर रहे Muhammad Yunus लगातार भारत विरोधी बयान दे रहे हैं। चीन दौरे के दौरान उन्होंने ड्रैगन को एक बड़ा ऑफर दिया और भारत के पूर्वोत्तर राज्यों, जिन्हें ‘7 सिस्टर्स’ के नाम से जाना जाता है, पर आपत्तिजनक टिप्पणी की।

यूनुस ने कहा कि बांग्लादेश “सात समंदर का संरक्षक” है, जिससे भारत के रक्षा विशेषज्ञों में नाराजगी देखी जा रही है।

Muhammad Yunus News: रक्षा विशेषज्ञ की कड़ी प्रतिक्रिया

रक्षा विशेषज्ञ प्रफुल बख्शी ने यूनुस के बयान पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की। उन्होंने एएनआई से बातचीत में कहा, “भारत ने बांग्लादेश के निर्माण में मदद की थी, लेकिन हमने कोई भौगोलिक लाभ नहीं लिया। अब बांग्लादेश, चीन और पाकिस्तान ‘चिकन नेक’ (सिलीगुड़ी कॉरिडोर) पर भारत को घेरने की साजिश रच रहे हैं। यूनुस यह सोच रहे हैं कि चीन को पूर्वोत्तर राज्यों में हस्तक्षेप करने के लिए शामिल किया जा सकता है, लेकिन उन्हें यह समझना चाहिए कि भारत भी जवाबी कार्रवाई करने में सक्षम है। जरूरत पड़ने पर हम समुद्री मार्ग से बांग्लादेश की आपूर्ति रोक सकते हैं। भारत सरकार इस पर सार्वजनिक रूप से ज्यादा चर्चा नहीं करेगी, लेकिन कार्रवाई पहले ही शुरू हो चुकी है।”

Muhammad Yunus News: भारत की पूर्व उच्चायुक्त वीना सीकरी ने भी दी कड़ी प्रतिक्रिया

बांग्लादेश में भारत की पूर्व उच्चायुक्त वीना सीकरी ने यूनुस के बयान को “चौंकाने वाला और अनुचित” करार दिया। उन्होंने कहा, “मोहम्मद यूनुस को इस तरह के बयान देने का कोई अधिकार नहीं है। पूर्वोत्तर भारत का बंगाल की खाड़ी तक कनेक्टिविटी सुनिश्चित करने को लेकर भारत और बांग्लादेश के बीच पहले ही औपचारिक समझौते हो चुके हैं। यदि बांग्लादेश भारत को इस क्षेत्र में संपर्क सुविधा देने से इनकार करता है, तो उसे भी तटीय क्षेत्र में किसी विशेष अधिकार की उम्मीद नहीं करनी चाहिए।”

भारत सरकार इस पूरे घटनाक्रम पर नजर बनाए हुए है और रणनीतिक स्तर पर जरूरी कदम उठाने में जुटी हुई है।

 

 

 

 

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