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पूर्व प्रधानमंत्री Manmohan Singh का 92 वर्ष की आयु में निधन, देश ने खोया एक महान नेता

नई दिल्ली: भारत के पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. Manmohan Singh का गुरुवार रात निधन हो गया। 92 वर्षीय डॉ. सिंह को उम्र संबंधी स्वास्थ्य समस्याओं के कारण गुरुवार शाम दिल्ली स्थित अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS) में भर्ती कराया गया था।

लंबी कोशिशों के बावजूद, डॉक्टर उन्हें बचाने में असमर्थ रहे। उन्होंने रात 9:51 बजे अंतिम सांस ली।

डॉ. मनमोहन सिंह का निधन भारतीय राजनीति और अर्थव्यवस्था के लिए एक अपूरणीय क्षति है। वह 22 मई 2004 से 26 मई 2014 तक देश के प्रधानमंत्री रहे। इसके पहले, उन्होंने 1991 से 1996 तक पीवी नरसिम्हा राव की सरकार में वित्त मंत्री के रूप में अपनी सेवाएं दीं और देश के आर्थिक उदारीकरण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

Manmohan Singh News: स्वास्थ्य बिगड़ने पर एम्स में भर्ती

डॉ. सिंह को गुरुवार शाम अचानक तबीयत बिगड़ने पर एम्स लाया गया। घर पर इलाज की कोशिशें विफल होने के बाद उन्हें इमरजेंसी में भर्ती कराया गया। डॉक्टरों ने उन्हें बचाने की भरपूर कोशिश की, लेकिन रात 9:51 बजे उनका निधन हो गया।

Manmohan Singh News: राष्ट्रीय और वैश्विक स्तर पर योगदान

डॉ. मनमोहन सिंह एक सम्मानित अर्थशास्त्री और विद्वान राजनेता थे। उन्होंने अपने कार्यकाल में भारत को आर्थिक और सामाजिक दृष्टि से नई ऊंचाइयों तक पहुंचाया। नरसिम्हा राव सरकार के दौरान वित्त मंत्री के रूप में उन्होंने भारत में आर्थिक उदारीकरण की नींव रखी, जिसने देश की अर्थव्यवस्था को वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्धी बनाया। प्रधानमंत्री के रूप में उनके नेतृत्व ने भारत को आर्थिक प्रगति और अंतरराष्ट्रीय कूटनीति में एक मजबूत पहचान दिलाई।

Manmohan Singh News: नेताओं ने व्यक्त की संवेदनाएं

डॉ. मनमोहन सिंह के निधन पर देश के नेताओं ने गहरा शोक व्यक्त किया। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने उन्हें “भारतीय अर्थव्यवस्था में सुधार के लिए समर्पित और बेदाग राजनीतिक जीवन का प्रतीक” बताया। उन्होंने लिखा, “डॉ. मनमोहन सिंह का निधन हम सभी के लिए बहुत बड़ी क्षति है। वह अपनी विद्वता और विनम्रता के लिए सदैव याद किए जाएंगे।”

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी शोक व्यक्त करते हुए कहा, “भारत ने अपने सबसे सम्मानित नेताओं में से एक को खो दिया है। एक साधारण पृष्ठभूमि से उठकर उन्होंने एक महान अर्थशास्त्री और नेता के रूप में अपनी पहचान बनाई।”

कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने उन्हें “गुरु और मार्गदर्शक” कहते हुए श्रद्धांजलि दी। उन्होंने लिखा, “डॉ. मनमोहन सिंह जी ने बुद्धिमानी और निष्ठा के साथ भारत का नेतृत्व किया। उनकी विनम्रता और अर्थशास्त्र की गहरी समझ ने पूरे देश को प्रेरित किया।”

कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने कहा, “मनमोहन सिंह जी राजनीति में ईमानदारी और गरिमा के प्रतीक थे। उनके योगदान को देश हमेशा गर्व के साथ याद करेगा।”

Dr. Manmohan Singh का जीवन परिचय

डॉ. मनमोहन सिंह का जन्म 26 सितंबर 1932 को पंजाब (अब पाकिस्तान के हिस्से में) हुआ था। उन्होंने ऑक्सफोर्ड और कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय से अर्थशास्त्र में शिक्षा प्राप्त की। विश्व बैंक और अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) जैसे संस्थानों में काम करने के बाद, उन्होंने भारतीय राजनीति में कदम रखा।

डॉ. सिंह का पूरा जीवन देश की सेवा और आर्थिक उत्थान के प्रति समर्पित रहा। उनकी विनम्रता, विद्वता और कार्यक्षमता उन्हें भारतीय राजनीति के अन्य नेताओं से अलग बनाती है।

देशभर में शोक की लहर

डॉ. सिंह के निधन से पूरे देश में शोक की लहर है। विभिन्न राजनीतिक दलों, सामाजिक संगठनों और आम जनता ने उनके निधन पर गहरी संवेदना व्यक्त की है। उनका अंतिम संस्कार शुक्रवार को पूरे राजकीय सम्मान के साथ किया जाएगा।

डॉ. मनमोहन सिंह का योगदान भारतीय राजनीति और अर्थव्यवस्था में एक मील का पत्थर है। वह एक ऐसे नेता थे जिन्होंने अपनी विद्वता और विनम्रता से देश और दुनिया का दिल जीता। उनकी विरासत आने वाली पीढ़ियों को प्रेरित करती रहेगी।

 

 

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