
पटना: बिहार में विपक्षी Mahagathbandhan के भीतर सीट बंटवारे को लेकर राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) और कांग्रेस के बीच का मतभेद अब सोशल मीडिया पर ‘शायरी की जंग’ के रूप में सामने आ गया है।
राजद नेता तेजस्वी यादव के राहुल गांधी या मल्लिकार्जुन खरगे से मुलाकात किए बिना दिल्ली से पटना लौटने के तुरंत बाद, दोनों दलों के नेताओं ने एक-दूसरे पर परोक्ष रूप से हमला करने के लिए कविता और दोहों का सहारा लिया।
Mahagathbandhan : मनोज झा की पहल और ‘गाँठ’ का डर
विवाद की शुरुआत राजद के राज्यसभा सांसद मनोज झा ने की। तेजस्वी यादव के यह दावा करने के बावजूद कि महागठबंधन एकजुट है, मनोज झा ने सोमवार देर रात रहीम का एक दोहा पोस्ट किया, जिसने खलबली मचा दी।
मनोज झा (राजद): “रहिमन धागा प्रेम का, मत तोड़ो छिटकाय; टूटे से फिर न मिले, मिले गांठ परिजाय। हर अवसर के लिए प्रासंगिक… जय हिन्द।”
यह दोहा साफ तौर पर कांग्रेस को संबंध को अचानक न तोड़ने और भविष्य में बनने वाली ‘गाँठ’ की चेतावनी दे रहा था।
Mahagathbandhan News: कांग्रेस ने दिया ‘आग’ और ‘प्रेम के दरिया’ से जवाब
मनोज झा के इस दोहे पर कांग्रेस के नेताओं ने तुरंत पलटवार किया, जिससे सोशल मीडिया पर आधी रात तक ‘मुशायरा’ चलता रहा:
- इमरान प्रतापगढ़ी (कांग्रेस सांसद): उन्होंने मनोज झा को अब्बास ताबिश का शेर भेजा: “पानी आंख में भर कर लाया जा सकता है, अब भी जलता शहर बचाया जा सकता है।” (संकेत: समस्या हल करने की इच्छाशक्ति अब भी है।)
- रागिनी नायक (कांग्रेस प्रवक्ता): उन्होंने खुसरो के दोहे से जवाब दिया, जिसमें ‘प्रेम के दरिया’ की गहराई बताई गई: “खुसरो दरिया प्रेम का, उल्टी वा की धार; जो उतरो सो डूब गया, जो डूब गया सो पार। ‘ठगबंधन’ को हराने के लिए प्रासंगिक। जय हिन्द।” (संकेत: अगर प्रेम के दरिया में नहीं डूबोगे तो पार नहीं हो पाओगे/ठगबंधन को हराना है तो डूबो।)
- बीवी श्रीनिवास (युवा कांग्रेस): उन्होंने भी गठबंधन की उम्मीद पर जोर दिया: “शहर में आग है, मगर राख में अब भी रूह है; कुछ लोग हैं, जो मोहब्बत को ज़िंदा रखे हुए हैं।”
इस पर राजद प्रवक्ता जयंत जिज्ञासु ने कबीर के दोहे से जवाब देते हुए कहा: “प्रेम न बारी उपजे, प्रेम न हाट बिकाय; राजा प्रजा जो ही रुचे, सिस दे ही ले जाय।”
Mahagathbandhan News: सीट बंटवारे पर अब भी सस्पेंस
नेताओं के बीच चल रही इस ‘शायरी की जंग’ से यह संकेत स्पष्ट हो गया है कि पर्दे के पीछे सीट बंटवारे को लेकर सब कुछ ठीक नहीं है। तेजस्वी यादव के पटना लौटते समय यह कहने के बावजूद कि बंटवारा एक-दो दिन में हो जाएगा, वह ‘दूसरा दिन’ अभी तक नहीं आया है।
इधर, पहले चरण के चुनाव के लिए नामांकन की अंतिम तारीख नजदीक आ रही है, और राजद सुप्रीमो लालू यादव ने महागठबंधन के औपचारिक ऐलान से पहले ही कुछ सीटों पर अपने उम्मीदवारों को सिंबल देना शुरू कर दिया है, जिससे कांग्रेस के साथ तनातनी और बढ़ गई है।



