Ranchi: पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की पत्नी Kalpana Soren ने अल्प समय में राजनीति में अपनी विशेष पहचान बनाई है. राष्ट्रीय मंचों पर उनकी प्रभावशाली उपस्थिति ने राज्य में सत्तारूढ़ गठबंधन को एक नया स्टार प्रचारक दिया है.
झारखण्ड की बेटियां किसी से कम नहीं,
बस जरूरत है उनके सपनों को पंख देने की।आज गिरिडीह में CM School of Excellence में स्कूल की छात्राओं से बातचीत के सुनहरे पल।#GirlPower
~ कल्पना मुर्मू सोरेन pic.twitter.com/BOQew6Kieb
— Hemant Soren (@HemantSorenJMM) June 24, 2024
विपरीत परिस्थितियों में राजनीति में कदम रखने वाली कल्पना सोरेन ने अपने छोटे राजनीतिक सफर में बड़ा मुकाम हासिल किया है. कल्पना सोरेन ने पति की गिरफ्तारी के बाद राजनीति की कमान संभाली. गिरिडीह जिले के गांडेय विधानसभा क्षेत्र से निर्वाचित होकर उन्होंने विधानसभा उपचुनाव में भाजपा प्रत्याशी को हराया. इस दौरान उन्होंने हेमंत सोरेन की अनुपस्थिति में बेहतरीन कार्य कर दिखाया और अपने भविष्य में अपार संभावनाओं का संकेत दिया.
Kalpana Soren को मिलेगी बड़ी जिम्मेदारी
झारखंड मुक्ति मोर्चा में कल्पना सोरेन को बड़ी जिम्मेदारी देने की तैयारी चल रही है. केंद्रीय समिति में उन्हें महत्वपूर्ण पद मिल सकता है जैसे केंद्रीय उपाध्यक्ष या महासचिव का पद. फिलहाल कल्पना सोरेन अपने विधानसभा क्षेत्र में अधिक समय देकर जमीनी स्थिति को पुख्ता कर रही हैं.
Kalpana Soren News: गिरिडीह में सियासी हलचल हुई तेज
संताल परगना क्षेत्र में सोरेन परिवार की राजनीतिक विरासत होने के बावजूद कल्पना सोरेन ने गिरिडीह जिले की महत्वपूर्ण विधानसभा सीट पर विजय प्राप्त की. उनकी क्षेत्र में मजबूत उपस्थिति से गिरिडीह और आसपास के क्षेत्र में सत्तारूढ़ गठबंधन की स्थिति मजबूत होने के आसार हैं. झामुमो की रणनीति इस किलेबंदी के इर्द-गिर्द घूम रही है ताकि आगामी विधानसभा चुनाव में इसका अधिकतम लाभ मिल सके.
Kalpana Soren ने विपरीत परिस्थितियों में राजनीति में प्रवेश किया और अपनी दृढ़ता और समर्पण से महत्वपूर्ण सफलताएँ हासिल कीं. उनके नेतृत्व में झामुमो को नई ऊर्जा और दिशा मिली है. अब केंद्रीय समिति में महत्वपूर्ण भूमिका के लिए उन्हें तैयार किया जा रहा है जो उनकी राजनीतिक यात्रा में एक नया मील का पत्थर होगा.
इस प्रकार विधानसभा चुनाव से पहले कल्पना सोरेन की बढ़ती भूमिका और जिम्मेदारी ने झारखंड की राजनीति में नई सियासी हलचल पैदा कर दी है. आगामी चुनाव में उनकी रणनीति और कार्यशैली को देखने के लिए सभी की निगाहें उन पर टिकी हैं.