झारखंड में सीजीएल परीक्षा रद्द करने और सीबीआई जांच कराने की मांग को लेकर सोमवार को झारखंड कर्मचारी चयन आयोग (JSSC) कार्यालय का घेराव किया जाएगा। इस महाघेराव में राज्य के सभी जिलों से छात्र और युवा शामिल होंगे।
झारखंड लोकतांत्रिक क्रांतिकारी मोर्चा (जेएलकेएम) के वरीय उपाध्यक्ष देवेंद्र नाथ महतो ने शनिवार को रांची के ऑक्सीजन पार्क में यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि रविवार को पूरे राज्य से छात्र और अभिभावक रांची पहुंचेंगे। इसके बाद सोमवार, 16 दिसंबर को अनुशासित तरीके से आयोग कार्यालय के बाहर प्रदर्शन किया जाएगा।
JSSC: घेराव का कारण
- 21 सितंबर की सीजीएल परीक्षा के परिणाम में केवल 82 छात्र सफल हुए, जबकि 22 सितंबर की परीक्षा में 2149 परीक्षार्थी सफल घोषित किए गए।
- कटऑफ जारी न करना और कम अंकों वाले उम्मीदवारों को सफल बताना गड़बड़ी को दर्शाता है।
- देवेंद्र नाथ महतो ने कहा कि वर्षों की मेहनत करने वाले छात्रों के साथ अन्याय नहीं होने दिया जाएगा।
JSSC: जेएलकेएम का आरोप
- आयोग की प्रक्रिया पर सवाल उठाते हुए उन्होंने कहा कि यदि JSSC सही है, तो कटऑफ क्यों नहीं जारी किया गया?
- सरकार पर आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा कि छात्रों को रोकने के लिए पुलिस बल का इस्तेमाल किया जा रहा है, जबकि JSSC कार्यालय में हो रहे अवैध निर्माण को नजरअंदाज किया जा रहा है।
JSSC: पुलिस की कार्रवाई
प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान पुलिस बल वहां पहुंचा। हालांकि, देवेंद्र नाथ महतो को समर्थकों ने चकमा देकर सुरक्षित स्थान पर भेज दिया।
आयोग का पक्ष
JSSC सचिव के अनुसार, चयनित अभ्यर्थियों के दस्तावेजों की जांच प्रक्रिया 16 से 20 दिसंबर तक चलेगी। इसके साथ ही आयोग कार्यालय के 500 मीटर के दायरे में निषेधाज्ञा लागू कर दी गई है।
छात्र नेताओं की मांग
- डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन के दौरान हजारों छात्र घेराव में शामिल होंगे।
- छात्रों के भविष्य की सुरक्षा के लिए सीबीआई जांच की आवश्यकता बताई गई है।
- छात्र नेताओं ने कहा कि योग्य परीक्षार्थियों के साथ अन्याय बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
इस महाघेराव को लेकर छात्रों में व्यापक आक्रोश है और सोमवार को प्रदर्शन के दौरान बड़ी संख्या में युवाओं के शामिल होने की संभावना जताई जा रही है।
यह भी पढ़े: Jharkhand Vidhan Sabha में 19 साल बाद भाजपा विधायकों के साथ बैठे बाबूलाल मरांडी