रांची: Jharkhand Congress: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की 17 दिसंबर 2024 को राज्यसभा में बाबा साहब भीमराव अंबेडकर पर की गई आपत्तिजनक टिप्पणी के विरोध में झारखंड प्रदेश कांग्रेस ने अल्बर्ट एक्का चौक तक विरोध मार्च निकाला।
कांग्रेस भवन से निकले इस मार्च का नेतृत्व प्रदेश अध्यक्ष केशव महतो कमलेश ने किया, जिसके बाद अमित शाह का पुतला दहन किया गया।
Jharkhand Congress: संविधान का अपमान लोकतंत्र पर हमला: केशव महतो कमलेश
विरोध प्रदर्शन के दौरान कांग्रेस अध्यक्ष केशव महतो कमलेश ने कहा कि संविधान भारतीय लोकतंत्र की आत्मा है और बाबा साहब इसके शिल्पकार हैं। बाबा साहब का अपमान करना लोकतंत्र पर प्रहार है। उन्होंने भाजपा पर आरोप लगाते हुए कहा कि यह पार्टी आरएसएस के विचारों से प्रेरित संविधान लागू करना चाहती है और मौजूदा संविधान को कमजोर करने की कोशिश कर रही है।
Jharkhand Congress: दलित अधिकारों की अनदेखी का आरोप
कमलेश ने कहा कि अमित शाह की टिप्पणी ने दलित समुदाय और करोड़ों भारतीयों के आत्मसम्मान को ठेस पहुंचाई है। भाजपा केवल चुनावी लाभ के लिए दलितों की बात करती है और उनके अधिकारों को महत्व नहीं देती। उन्होंने अमित शाह से पूरे देश से माफी मांगने की मांग की।
Jharkhand Congress: कांग्रेस ने दलितों और संविधान की रक्षा का संकल्प दोहराया
कमलेश ने कहा कि कांग्रेस पार्टी संविधान और दलितों के अधिकारों की रक्षा के लिए कृतसंकल्प है। उन्होंने अमित शाह की टिप्पणी को भाजपा के दलित विरोधी दृष्टिकोण का उदाहरण बताया।
विरोध प्रदर्शन में शामिल प्रमुख नेता
इस प्रदर्शन में कांग्रेस के कई वरिष्ठ नेताओं और कार्यकर्ताओं ने भाग लिया, जिनमें राकेश सिन्हा, सतीश पॉल मुंजनी, राजीव रंजन प्रसाद, रविंद्र सिंह, आभा सिन्हा, अमूल्य नीरज खालको, आलोक कुमार दूबे, सोनाल शांति, केदार कमल ठाकुर, रियाज अंसारी, डॉ. राजेश गुप्ता, अभिलाष साहू और अन्य सैकड़ों कार्यकर्ता शामिल थे।
मांग: अमित शाह देश से मांगे माफी
कांग्रेस ने स्पष्ट किया कि अमित शाह को बाबा साहब भीमराव अंबेडकर के अपमान के लिए पूरे देश से माफी मांगनी चाहिए। पार्टी ने भाजपा पर संविधान विरोधी और दलित अधिकारों के प्रति उदासीन होने का आरोप लगाया।