Hong Kong Fire: हांगकांग में मातम, सूखे पत्तों की तरह जलीं 7 इमारतें; 44 लोग जिंदा जले, 279 अब भी लापता

हांगकांग | Hong Kong Fire: हांगकांग के ताई पो जिले में बुधवार को एक दिल दहला देने वाली घटना ने सैकड़ों परिवारों को उजाड़ दिया।
यहां के ‘वांग चुक कोर्ट’ हाउसिंग कॉम्प्लेक्स की गगनचुंबी इमारतों में लगी भीषण आग ने विकराल रूप ले लिया। इस त्रासदी में 44 लोगों की जलकर मौत हो गई है, जबकि 279 लोग अभी भी लापता बताए जा रहे हैं।
Hong Kong Fire: बांस के मचान और पेंट ने आग को बनाया ‘बेकाबू’
हांगकांग के मुख्य कार्यकारी अधिकारी जॉन ली के अनुसार, आग की चपेट में आईं ये इमारतें 1980 के दशक की बनी थीं। इनमें करीब 2000 फ्लैट्स थे, जहां बुजुर्गों समेत लगभग 4000 लोग रहते थे।
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वजह: इन इमारतों में बड़े पैमाने पर नवीनीकरण (Renovation) का काम चल रहा था।
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तेजी से फैलने का कारण: इमारतों के चारों तरफ बांस के मचान (Bamboo Scaffolding) बंधे हुए थे और बड़ी मात्रा में ऑयल पेंट रखा था। इन ज्वलनशील पदार्थों ने आग को हवा दी और देखते ही देखते 7 इमारतें आग के गोले में तब्दील हो गईं।
Hong Kong Fire: 3 गिरफ्तार, सामूहिक हत्याकांड का केस दर्ज
हादसे के बाद प्रशासन ने सख्त कार्रवाई की है। पुलिस ने नवीनीकरण का काम देख रही कंपनी के दो निदेशकों और एक इंजीनियर को गिरफ्तार कर लिया है। जॉन ली ने बताया कि इन तीनों के खिलाफ सामूहिक हत्याकांड का मामला दर्ज किया गया है। पुलिस और फायर ब्रिगेड ने आग के कारणों की गहराई से जांच के लिए एक स्पेशल टीम का गठन किया है।
Hong Kong Fire: राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने दिए निर्देश
चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने इस घटना पर गहरा दुख व्यक्त किया है। उन्होंने स्थानीय प्रशासन को बचाव कार्य में और तेजी लाने और घायलों को सर्वोत्तम इलाज मुहैया कराने का आदेश दिया है।
देर रात पाया काबू, 700 लोग बेघर
फायर ब्रिगेड की टीमों ने देर रात तक कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। हालांकि, तब तक भारी नुकसान हो चुका था। प्रशासन ने 700 से अधिक लोगों को सुरक्षित निकालकर अस्थायी आश्रय स्थलों (Temporary Shelters) में शिफ्ट किया है। अस्पतालों में भर्ती कई लोगों की हालत अभी भी गंभीर बनी हुई है।
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