
उत्तर प्रदेश (UP) में मानसूनी बारिश के कारण गंगा और यमुना का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है, जिससे राज्य के 17 जिलों के 402 गांवों में बाढ़ का कहर छाया हुआ है।
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— Press Trust of India (@PTI_News) August 3, 2025
अब तक 84,392 लोगों की जिंदगी प्रभावित हुई है, जबकि 11,248 से ज्यादा लोगों को सुरक्षित बाढ़ आश्रय स्थलों में जगह दी गई है। राहत उपाय पूरी क्षमता से जारी हैं।
UP Flood News: मुख्य प्रभावित जिले
कानपुर नगर, लखीमपुर खीरी, आगरा, औरैया, चित्रकूट, बलिया, बांदा, गाजीपुर, मिर्जापुर, प्रयागराज, वाराणसी, चंदौली, जालौन, कानपुर देहात, हमीरपुर, इटावा और फतेहपुर—ये वे जिले हैं, जहां बाढ़ से जन-जीवन ठप पड़ गया है।
UP Flood News: राहत और बचाव कार्य
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राहत कार्य में त्वरित एक्शन:
राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (NDRF), राज्य आपदा मोचन बल (SDRF) एवं प्रादेशिक सशस्त्र बल (PAC) की टीमें नांव, मोटरबोट और राहत सामान लेकर दिन-रात गश्त और बचाव अभियान चला रही हैं। -
भोजन और सहायता:
अब तक 76,632 पैकेट खाद्य सामग्री बांटी जा चुकी है और 29 सामुदायिक रसोई चल रही हैं, ताकि प्रभावितों को ताजा पका खाना मिल सके। -
शरण व स्वास्थ्य:
905 बाढ़ आश्रय स्थल बनाए गए हैं, जहां विस्थापितों के रहने और सुरक्षा की व्यवस्था है। साथ ही 757 स्वास्थ्य कर्मी लगातार चिकित्सा जांच कर रहे हैं। -
सुरक्षा और निगरानी:
पूरे प्रदेश में 1,193 बाढ़ चौकियां स्थापित कर दी गई हैं, जहां से हालात पर कड़ी निगरानी रखी जा रही है।
UP Flood News: नुकसान का जायजा
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घरों को नुकसान:
बाढ़ की वजह से अब तक 343 मकान क्षतिग्रस्त हुए हैं। -
फसल क्षति:
4,015 हेक्टेयर कृषि भूमि पर बाढ़ का प्रतिकूल असर पड़ा है, जिससे किसानों को भारी नुकसान का अनुमान है।
सरकारी एजेंसियां, प्रशासन और आपदा प्रबंधन बल युद्धस्तर पर राहत-बचाव कार्य में जुटे हैं। गंगा-यमुना के उफान ने गांवों, फसलों और जनजीवन को अस्त-व्यस्त कर दिया है, लेकिन राज्य सरकार की सक्रियता से राहत और पुनर्वास का काम तेजी से जारी है। सभी नागरिकों को सतर्क रहने व प्रशासन के दिशा-निर्देशों का पालन करने की सलाह दी गई है।
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