रांची | बिहार में मतदाता सूची को लेकर मचे सियासी घमासान के बीच Jharkhand में भी चुनावी तापमान बढ़ने लगा है। राज्य में भी मतदाता सूची का पुनरीक्षण जल्द शुरू होने जा रहा है।
मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी, झारखण्ड ने राज्य के सभी मान्यता प्राप्त राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों के साथ निर्वाचन सदन में की बैठक@ECISVEEP@SpokespersonECI @airnews_ranchi @ddnewsranchi @RanchiPIB pic.twitter.com/hTeqbPW0Ig
— Chief Electoral Officer, Jharkhand (@ceojharkhand) July 10, 2025
इसे लेकर राज्य के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी (सीईओ) के. रवि कुमार ने सभी मान्यता प्राप्त राजनीतिक दलों से बूथ लेवल एजेंट (BLA) नियुक्त करने की अपील की है।
Jharkhand News: BLA नियुक्ति से बढ़ेगी पारदर्शिता
धुर्वा स्थित निर्वाचन सदन में गुरुवार को राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों के साथ हुई बैठक में सीईओ के. रवि कुमार ने कहा—
“मतदाता सूची की प्रक्रिया में पारदर्शिता और विश्वसनीयता सुनिश्चित करने के लिए जरूरी है कि सभी दल मतदान केंद्रों पर बीएलए-1 और बीएलए-2 की समय पर नियुक्ति करें।”
उन्होंने स्पष्ट किया कि प्रत्येक बीएलए उसी मतदान केंद्र का मतदाता होना चाहिए जहां उसे नियुक्त किया जा रहा है।
Jharkhand News: बीएलओ और बीएलए मिलकर करें समन्वय
सीईओ ने कहा कि एक भी पात्र मतदाता मतदाता सूची से वंचित न रह जाए, इसके लिए बीएलए और बीएलओ (बूथ लेवल ऑफिसर) के बीच मजबूत समन्वय की आवश्यकता है।
बीएलए को कुछ विशेष अधिकार भी मिलते हैं:
- मतदाता फॉर्म जमा करने की अनुमति
- प्रारूप मतदाता सूची की प्रति प्राप्त करने का अधिकार
- पुनरीक्षण कार्य में सक्रिय भागीदारी
Jharkhand News: पुनरीक्षण से पहले सतर्कता
मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी ने दलों से कहा कि बीएलए की सूची संबंधित निर्वाचक निबंधन पदाधिकारी को शीघ्र उपलब्ध कराएं ताकि समय पर सूची पुनरीक्षण शुरू हो सके।
बैठक में संयुक्त मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी सुबोध कुमार, उप मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी देव दास दत्ता, और विभिन्न राजनीतिक दलों के प्रतिनिधि भी शामिल हुए।
क्या है राजनीतिक संदर्भ?
हाल ही में बिहार में वोटर लिस्ट रिवीजन को लेकर विपक्षी दलों—कांग्रेस और आरजेडी—ने चुनाव आयोग पर सवाल उठाए हैं। इस पृष्ठभूमि में झारखंड में भी मतदाता सूची पुनरीक्षण को लेकर सियासी बयानबाज़ी तेज़ हो सकती है।
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