‘क्या दिल्ली के CM का स्वास्थ्य चुनाव प्रचार में बाधा नहीं बन रहा?’ ED

New Delhi: दिल्ली के CM अरविंद केजरीवाल ने सरेंडर की डेडलाइन से तीन दिन पहले राउज एवेन्यू कोर्ट में जमानत याचिका दायर की.

अदालत में सुनवाई के दौरान ईडी के वकील ने केजरीवाल की जमानत का विरोध किया. केजरीवाल ने नियमित जमानत और अंतरिम जमानत दोनों की मांग की थी जिसमें मनी लॉन्ड्रिंग मामले में अंतरिम जमानत और मेडिकल आधार पर सात दिनों की अंतरिम जमानत भी शामिल थी.

ED News: 1 जून को अंतरिम जमानत और 7 जून को नियमित जमानत याचिका पर होगी सुनवाई

1 जून को केजरीवाल की अंतरिम जमानत याचिका पर राउज एवेन्यू कोर्ट में सुनवाई हुई. ईडी के वकील एसवी राजू ने कहा कि केजरीवाल हर जगह चुनाव प्रचार और रैली कर रहे हैं. इसके बाद कोर्ट ने ईडी को नोटिस जारी किया. 1 जून को अंतरिम जमानत याचिका पर और 7 जून को नियमित जमानत याचिका पर सुनवाई होगी. अदालत ने ईडी को 7 जून तक अपना जवाब दाखिल करने की अनुमति दी है. अरविंद केजरीवाल दिल्ली शराब घोटाला मामले में आरोपी हैं और मार्च से तिहाड़ जेल में बंद थे. हाल ही में उन्हें लोकसभा चुनाव में पार्टी के प्रचार के लिए सुप्रीम कोर्ट से अंतरिम जमानत मिली थी.

ED News: 1 जून तक मिली है अंतरिम जमानत

सुप्रीम कोर्ट ने अरविंद केजरीवाल को 21 दिनों की अंतरिम जमानत दी थी जिसकी समय सीमा 1 जून को खत्म हो रही है और उन्हें 2 जून तक आत्मसमर्पण करने का निर्देश दिया गया था. कोर्ट की बेंच ने कहा कि केजरीवाल की गिरफ्तारी को चुनौती देने वाला मामला पहले ही सुना जा चुका है और एक अलग बेंच द्वारा आदेश के लिए रिजर्व रखा गया है.

‘मेडिकल चेकअप के लिए वक्त चाह रहे थे अरविंद केजरीवाल’

अरविंद केजरीवाल ने अपनी याचिका में कहा “बिना वजह के वजन कम होना जिंदगी के लिए खतरा पैदा करने वाली बीमारियों का लक्षण हो सकता है. मेरी सेहत की यह स्थिति आंशिक रूप से जेल अधिकारियों के कठोर व्यवहार की वजह से है. जमानत का एक और सप्ताह मुझे स्वास्थ्य संबंधी परेशानियों का जायजा लेने की अनुमति देगा.”

21 मार्च से जेल में थे सीएम केजरीवाल

दिल्ली के कथित शराब घोटाले में ईडी ने 21 मार्च को मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को गिरफ्तार किया था. इससे पहले ईडी ने उन्हें मामले में पूछताछ के लिए 9 समन जारी किए थे लेकिन केजरीवाल किसी भी समन पर पेश नहीं हुए थे. केंद्रीय जांच एजेंसी का आरोप है कि केजरीवाल घोटाले के मुख्य साजिशकर्ता थे और सीधे तौर पर शराब कारोबारियों से रिश्वत मांगने में शामिल थे.

इन आरोपों को खारिज करते हुए AAP ने कहा है कि दिल्ली में कोई नेतृत्व परिवर्तन नहीं होगा और मुख्यमंत्री केजरीवाल जेल से ही सरकार चलाएंगे. पार्टी ने इसे राजनीतिक प्रतिशोध बताया है और कहा है कि केजरीवाल को फंसाने की कोशिश की जा रही है.

 

 

 

 

 

 

 

 

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