जी एस आई के पास मानचित्रों का व्यापक संग्रहण है जो जीएस आई के पोर्टल पर भी उपलब्ध है: Deepak Prakash
श्री प्रकाश ने जानना चाहा कि जीएस आई के पास भूवैज्ञानिक मानचित्रों के व्यापक संग्रहण,असामान्य प्रकार के पत्थर ,स्थलाकृतियों ,महत्वपूर्ण जीवाश्म स्थलों आदि के अभिरक्षण का ब्योरा क्या है साथ ही सरकार के पास तत्संबंधी नीति क्या है?
श्री प्रकाश के सवाल का जवाब देते हुए केंद्रीय संसदीय कार्य,खान एवम कोयला मंत्री श्री प्रहलाद जोशी ने बताया कि जी एस आई के पास मानचित्रों का व्यापक संग्रहण है जो जीएस आई के पोर्टल पर भी उपलब्ध है।
देश के विभिन्न भागों में स्थित 32भू वैज्ञानिक विरासत स्थलों की पहचान की है: Deepak Prakash
श्री जोशी ने बताया कि भारत सरकार की नीति के तहत जीएस आई ने शिक्षा एवं भावी पीढ़ी केलिए देश के विशिष्ट एवम अमूल्य भू वैज्ञानिक अजूबों को संरक्षित करने और बचाने के उद्देश्य से विभिन्न पत्थर स्मारकों,जीवाश्म पार्कों, स्तरीक भू वैज्ञानिक खंडों को शामिल करते हुए देश के विभिन्न भागों में स्थित 32भू वैज्ञानिक विरासत स्थलों की पहचान की है। जो देश के विभिन्न राज्यों में स्थित हैं।
उन्होंने बताया कि झारखंड के साहिबगंज जिला अंतर्गत राजमहल फॉर्मेशन के इंटर ट्रेपियन बेड वाले पादप जीवाश्म पार्क(फॉसिल्स पार्क) भी शामिल है।
इसके अलावा आंध्र प्रदेश में 4छत्तीसगढ़ में 1हिमाचल प्रदेश में 1कर्नाटक में 4 केरल में 2 महाराष्ट्र में 1नागालैंड में 1राजस्थान में 10सिक्किम में 1और तमिलनाडु में 4स्थल चिन्हित हैं ।