Patna: CoWIN Data Leak: पुलिस के सूत्रों ने एनडीटीवी को बताया कि उस व्यक्ति ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म टेलीग्राम पर राजनेताओं, नौकरशाहों और अन्य लोगों की संवेदनशील व्यक्तिगत जानकारी लीक की।
From ANI | IFSO Unit of Delhi Police Special Cell arrested a man from Bihar in the alleged #CoWin Portal #dataleak case. The arrested person has allegedly put the data on #Telegram. The accused’s mother is a health worker in Bihar. More details awaited: Delhi Police pic.twitter.com/tvXIoATxfI
— CNBC-TV18 (@CNBCTV18Live) June 22, 2023
CoWIN पोर्टल भारत का कोविड-19 टीकाकरण ट्रैकिंग प्लेटफॉर्म है
दिल्ली पुलिस ने देश के कोविड-19 टीकाकरण ट्रैकिंग प्लेटफॉर्म – CoWIN पोर्टल में डेटा के कथित लीक के मामले में बिहार में गिरफ्तारी की है। उस शख्स को दिल्ली पुलिस स्पेशल सेल की IFFSO (इंटेलिजेंस फ्यूजन एंड स्ट्रैटेजिक ऑपरेशंस) यूनिट ने गिरफ्तार किया था।
पुलिस के सूत्रों ने एनडीटीवी को बताया कि उस व्यक्ति ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म टेलीग्राम पर राजनेताओं, नौकरशाहों और अन्य लोगों की संवेदनशील व्यक्तिगत जानकारी लीक की।
CoWIN Data Leak: किनका किनका डाटा लीक हुआ?
पुलिस का कहना है कि उस व्यक्ति ने CoWIN पोर्टल से डेटा इकट्ठा करने के लिए अपनी मां – एक स्वास्थ्य कार्यकर्ता – की मदद ली।साउथ ईस्ट एशिया इंडेक्स ने ट्वीट किया, लीक हुए डेटा में कथित तौर पर उन लोगों के आधार, मतदाता पहचान पत्र, पासपोर्ट नंबर और सेलफोन नंबर शामिल हैं, जिन्हें कोविड-19 टीके मिले हैं।
डेटा उल्लंघन के बारे में खबर सबसे पहले डेटा-संचालित समाचार पोर्टल साउथ एशिया इंडेक्स ने इस महीने की शुरुआत में ट्वीट्स की एक श्रृंखला में प्रकाशित की थी। सरकार ने तब इस रिपोर्ट को खारिज कर दिया था और जोर देकर कहा था कि CoWIN पोर्टल पूरी तरह से सुरक्षित है।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के एक बयान में कहा गया है, “स्वास्थ्य मंत्रालय का सह-विन पोर्टल डेटा गोपनीयता के सुरक्षा उपायों के साथ पूरी तरह से सुरक्षित है… केवल ओटीपी प्रमाणीकरण-आधारित डेटा तक पहुंच प्रदान की जाती है।”
CoWIN डेटा एक थ्रेट एक्टर डेटाबेस से बॉट द्वारा एक्सेस किया जा रहा है
केंद्रीय मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने ट्वीट कर कहा कि एक टेलीग्राम बॉट ने फोन नंबर दर्ज करने पर CoWIN ऐप के विवरण का खुलासा किया। उस समय श्री चन्द्रशेखर ने कहा, “डेटा एक थ्रेट एक्टर डेटाबेस से बॉट द्वारा एक्सेस किया जा रहा है, जो अतीत में चुराए गए पहले चुराए गए डेटा से भरा हुआ लगता है। ऐसा नहीं लगता है कि काउइन ऐप या डेटाबेस का सीधे तौर पर उल्लंघन किया गया है।”