Ranchi: CM Soren News: जल -जंगल -जमीन है, तभी हमारा वजूद है। अगर हम प्रकृति को संरक्षित नहीं कर पाए तो आने वाली पीढ़ी को कई बड़ी मुसीबतों का सामना करना पड़ेगा।
मुख्यमंत्री श्री @HemantSorenJMM सिरम टोली सरना समिति द्वारा आयोजित सरहुल महोत्सव में हुए शामिल। मुख्यमंत्री ने कहा गांवों की तरह शहर भी हरा-भरा रहे, इस दिशा में सामूहिक प्रयास करना होगा। pic.twitter.com/dEOHjvdmD9
— Office of Chief Minister, Jharkhand (@JharkhandCMO) March 24, 2023
पूजा अर्चना कर राज्य वासियों के सुख- समृद्धि, उन्नति और खुशहाली की कामना की: CM Hemant Soren
ऐसे में प्रकृति के साथ छेड़छाड़ को रोकने के लिए हम सभी को आगे आना होगा। मुख्यमंत्री श्री हेमन्त सोरेन ने सिरमटोली सरना समिति की ओर से आयोजित सरहुल महोत्सव को संबोधित करते हुए कहा कि गांवों की तरह शहर भी हरा -भरा रहे, इस दिशा में सामूहिक प्रयास करने की जरूरत है। इस मौके पर मुख्यमंत्री ने सरना स्थल में पूरे विधि विधान से पूजा अर्चना कर राज्य वासियों के सुख- समृद्धि, उन्नति और खुशहाली की कामना की।
वर्षों से चली आ रही प्रकृति पूजा की परंपरा: CM Hemant Soren
मुख्यमंत्री ने कहा कि सरहुल का त्यौहार एक ओर हमें प्रकृति से जोड़ता है तो दूसरी तरफ अपनी समृद्ध परंपरा और संस्कृति का सुखद अहसास कराता है। यही वजह है कि आदिवासी समाज वर्षों से प्रकृति पूजा की परंपरा को निभाते चले आ रहे हैं।
जरूरतों और चुनौतियों के बीच संतुलन बनाना होगा: CM Hemant Soren
मुख्यमंत्री ने कहा कि आज के भौतिकवादी युग में हमारी जरूरतें जिस तेजी से बढ़ रही है, उसी हिसाब से चुनौतियां भी सामने आ रही है। इसका सीधा असर हमारी प्राकृतिक व्यवस्था व्यवस्था पर पढ़ रहा है । अगर अपनी जरूरतों और चुनौतियों के बीच संतुलन नहीं बना पाए तो इसका खामियाजा भुगतने के लिए तैयार रहना होगा ।
ऐसे में जरूरत है कि प्रकृति की गोद से जो हम हासिल कर रहे हैं, उसे पूरा लौटाना तो नामुमकिन है, लेकिन पेड़ लगाकर और पेड़ बचाकर हम प्रकृति के प्रति कुछ तो अपना योगदान कर सकते हैं। मुख्यमंत्री ने जंगल के साथ नदी- नाले और पहाड़ों को बचाने के लिए भी लोगों से आगे आने को कहा।
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