रांची: CM Hemant Soren: झारखंड स्थापना के 25वें गौरवशाली वर्षगांठ (रजत जयंती) के अवसर पर आज राजधानी रांची में भव्य “झारखंड जतरा” का आयोजन किया गया।
रजत पर्व का उत्सव, उल्लास का माहौल
नगाड़ों, मांदर की थाप और ढोल की ताल से गुंजायमान हुआ झारखण्ड
मुख्यमंत्री श्री @HemantSorenJMM के नेतृत्व में पहली बार झारखण्ड राज्य स्थापना दिवस पर जतरा का आयोजन…#BirsaMunda #DishomGuru#jharkhandat25 #jharkhandsejohar #abuasarkar pic.twitter.com/a1KK6QUaL1— Office of Chief Minister, Jharkhand (@JharkhandCMO) November 16, 2025
इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री श्री हेमन्त सोरेन स्वयं शामिल हुए और पारंपरिक ढोल-नगाड़ा बजाकर कलाकारों का उत्साह बढ़ाया। जैप–1 ग्राउंड, डोरंडा से शुरू हुई यह जतरा बिरसा मुंडा स्मृति पार्क, जेल चौक तक पहुंची, जिसमें झारखंड की समृद्ध सांस्कृतिक परंपरा और जनएकता की जीवंत झलक देखने को मिली।
CM Hemant Soren ने बजाया नगाड़ा, कलाकारों संग की पदयात्रा
मुख्यमंत्री श्री हेमन्त सोरेन ने जतरा में न सिर्फ उपस्थिति दर्ज कराई, बल्कि वे खुद भी उत्सव के रंग में रंग गए। उन्होंने पारंपरिक ढोल–नगाड़ा बजाकर स्थानीय लोक कलाकारों की हौसला अफजाई की। मुख्यमंत्री जतरा में शामिल होते हुए फिरायालाल चौक होते हुए अल्बर्ट एक्का चौक तक पैदल चले।
संस्कृति का सजीव प्रदर्शन और पुष्पवर्षा
“झारखंड जतरा” राज्य की विभिन्न जनजातीय एवं स्थानीय समुदायों के लिए अपनी संस्कृति के प्रदर्शन का मंच बनी। पारंपरिक वेशभूषा में सजे कलाकारों ने नृत्य, गीत, वाद्य और झांकियों के माध्यम से रंगारंग झलक पेश की। विभिन्न जिलों से आई झांकियों में झारखंड की लोककला, त्यौहारों और वीर सपूतों के संघर्ष को रचनात्मक रूप से दर्शाया गया।
पूरे कार्यक्रम के दौरान हेलिकॉप्टर से पुष्पवर्षा की गई, जिससे पूरा वातावरण उल्लास, गर्व और भावना से सराबोर हो उठा।
‘जतरा हमारी गौरवशाली विरासत का प्रतीक’: CM Hemant Soren
इस अवसर पर मुख्यमंत्री श्री हेमन्त सोरेन ने राज्यवासियों को 25वीं स्थापना वर्षगांठ की शुभकामनाएं दीं। उन्होंने कहा कि झारखंड सिर्फ भौगोलिक पहचान नहीं, बल्कि संघर्ष, अस्मिता और गौरव की भूमि है। उन्होंने जोर दिया कि राज्य सरकार झारखंड की भाषाई, सांस्कृतिक और पारंपरिक पहचान को संरक्षित एवं सशक्त करने की दिशा में निरंतर कार्यरत है। मुख्यमंत्री ने कहा कि “झारखंड जतरा” राज्य की सामूहिक भावना, एकता और गौरवशाली विरासत का प्रतीक है, जो आने वाली पीढ़ियों को अपनी जड़ों से जोड़ने का माध्यम बनेगा।
भव्य आगाज और समापन
आज सुबह इस भव्य जतरा को जैप-1 ग्राउंड, डोरंडा में अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति कल्याण मंत्री श्री चमरा लिंडा ने नगाड़ा बजा कर एवं झांकियों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया था।
जतरा के समापन अवसर पर कृषि मंत्री श्रीमती शिल्पी नेहा तिर्की एवं विधायक श्रीमती कल्पना सोरेन बिरसा मुंडा स्मृति पार्क, जेल चौक पहुंचीं। उन्होंने “झारखंड जतरा” का स्वागत किया और झारखंडी परंपरा के अनुरूप ढोल–नगाड़ा बजाया तथा पारंपरिक नृत्य में हिस्सा लेकर उत्सव के माहौल को और भी उल्लासमय बना दिया।



