पाकुड़/ रांची। आजसू पार्टी के केंद्रीय अध्यक्ष Sudesh Mahto ने कहा है कि सत्ताधारी दल ने संथाल परगना को राजनीतिक, सामाजिक एवं आर्थिक गुलाम बना दिया है।
संथाल परगना में राजनीतिक और सामाजिक गुलामी का दौर है। अब यहां राजनीतिक बदलाव की जरूरत है इसके लिए युवाओं को आगे आना होगा-श्री सुदेश कुमार महतो
आज बाजार समिति मैदान पाकुड़ में राजमहल लोकसभा स्तरीय कार्यकर्ता सम्मेलन,केंद्रीय अध्यक्ष श्री सुदेश महतो की अध्यक्षता में सम्पन्न हुआ । pic.twitter.com/aGT7VKRGVu
— AJSU PARTY (@ajsupartyjh) July 10, 2023
वर्तमान सरकार लोकतंत्र की जगह लुटतंत्र की परिभाषा पढ़ा रही है: Sudesh Mahto
50 साल से अधिक होने का बाद भी यहां के लोगों को प्रत्यक्ष-अप्रत्यक्ष रूप से यहां के मिले जनादेश का यही परिणाम मिला है। राजनीति में परिवार एवं पीढ़ी की सेवा छोड़नी होगी एवं लोकतंत्र की भावनाओं का सम्मान करते हुए राज्य को प्रगति क पथ पर अग्रसर करना होगा। वर्तमान सरकार लोकतंत्र की जगह लुटतंत्र की परिभाषा पढ़ा रही है। सरकार की समिक्षा में प्रगति मानक नहीं बल्कि कलेक्शन मानक हो गया है।
सत्ता संभाल रहे राजनेताओं की आंखों में अगर पानी नहीं हो तो वे लोकसेवक भी नहीं हो सकते। झारखंड में जिनके हाथों में सत्ता है उनका चरित्र ऐसा ही बना है। राज्य जिन विकट परिस्थितियों से गुजर रहा है उसमें यह सबसे जरूरी है कि झामुमो और कांग्रेस को वोट से बेदखल करना होगा।
लीडर वैसा चुनिए जो विकास के मानकों को पूरा करने का दमखम रखता हो: Sudesh Mahto
पाकुड़ में आयोजित आजसू पार्टी के राजमहल लोकसभा स्तरीय कार्यकर्ता सम्मेलन में उन्होंने यह बातें कही। इस सम्मेलन के जरिए उन्होंने कार्यकर्ताओं को लामबंद करते हुए 2024 के चुनाव में सक्षम लीडर चुनने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि लीडर वैसा चुनिए जो विकास के मानकों को पूरा करने का दमखम रखता हो।
सम्मेलन को संबोधित करते हुए उन्होंने झारखंड मुक्ति मोर्चा और कांग्रेस की सरकार पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री भी इसी लोकसभा क्षेत्र के और ग्रामीण विकास मंत्री भी इसी पाकुड़ के। इसके बाद भी यहां शिक्षा स्वास्थ्य, बिजली, पानी रोजगार, सिंचाई, ग्रामीण विकास, सड़क के क्षेत्र में समस्याएं विकराल हैं। इस इलाके की पहचान खनिज संपदा की लूट पर बनी है। जिस दिन सरकार सत्ता में 1000 दिन पूरे होने पर जश्न मना रही होती है उसी दिन यहां से 1000 करोड़ की खनिज संपदा की लूट की खबर भी सुर्खियां बनती है।
यहां सिर्फ लूट, लूट और धोखाधड़ी है: Sudesh Mahto
उन्होंने तंज कसते हुए कार्यकर्ताओं से जानना चाहा, “जिस संसदीय क्षेत्र से मुख्यमंत्री, ग्रामीण विकास मंत्री और सांसद हों वहां तो जनता का हर काम सुव्यवस्थित ढंग से होता होगा थाने और ब्लॉक में कोई घूस नहीं लेता होगा। म्यूटेशन और रजिस्ट्री का काम बिलकुल आसानी से होता होगा। मनरेगा के मजदूरों को उनका वाजिब हक मिलता होगा।” इधर कार्यकर्ताओं की भीड़ से लगातार सुदेश महतो के सवालों पर आवाजें उठती रही कि यहां सिर्फ लूट, लूट और धोखाधड़ी है।
तब श्री महतो ने कहा, हां सच यही है। ये लोग आपके सेवक नहीं हो सकते। केवल अवसर का लाभ लेते हैं समाज को तोड़कर, बहकाकर सत्ता में आते हैं। स्थानीय और नियोजन नीति के नाम पर इन्होंने सिर्फ राजनीति की है। जिस परिवार को इस इलाके के लोगों ने 40 सालों से राजनीति करने का अवसर दिया उन्होंने सिर्फ अपना लाभ साधा। राजनीतिक, आर्थिक और सामाजिक तौर पर लोगों को गुलाम बनाने की कोशिशें की।
जनता को सच और झूठ का फर्क बताना होगा तभी सक्षम नेताओं को जन सेवा करने का मौका मिलेगा: Sudesh Mahto
उन्होंने कहा कि झारखंड में पहले सरकार लगातार अस्थिर होती रही। लेकिन अब पांच साल की सरकार बनने लगी है। लेकिन पांच सालों की सरकार में आम आदमी की टीस कहीं ज्यादा है। उन्होंने आजसू कार्यकर्ताओं ने कहा, ” राज्य में जिस तरह के राजनीतिक हालात बने हैं उसमें पहले जनमत संग्रह करने के लिए कार्यकर्ताओं गांव गांव जाना होगा। जनता को सच और झूठ का फर्क बताना होगा तभी सक्षम नेताओं को जन सेवा करने का मौका मिलेगा।”
आजसू पार्टी इस क्षेत्र और राज्य की दिशा दशा बदलने के लिए पहले प्रतिबद्ध रही है: Sudesh Mahto
इससे पहले कार्यकर्ता सम्मेलन में पूर्व विधायक अकील अख्तर ने कहा कि हेमंत सरकार की पहचान भ्रष्टाचार और अराजकता है। अफसरशाही का राज है। इस इलाके की बड़ी आबादी मुकम्मल पानी, बिजली, शिक्षा चिकित्सा सड़क के लिए तरसती है। इसे समाप्त करने का समय आया है इसलिए एकजुटता के साथ जनता के बीच जाना है। एमटी राजा ने कहा कि आजसू पार्टी इस क्षेत्र और राज्य की दिशा दशा बदलने के लिए पहले प्रतिबद्ध रही है।
यही वजह है कि सुदेश कुमार महतो और आजसू के प्रति राजनीतिक कार्यकर्ताओं और आम लोगों का विश्वास बढ़ता जा रहा है। सम्मेलन में अखिलेन्द्र चंद्र पाण्डेय उर्फ परवाल पाण्डेय समेत कई राजनीतिक, सामाजिक कार्यकर्ता ने आजसू पार्टी का दामन थामा।