
Patna: बिहार में मतदाता सूची में कथित तौर पर विदेशी नागरिकों के नाम शामिल होने को लेकर नेता प्रतिपक्ष Tejashwi Yadav ने चुनाव आयोग पर जमकर हमला बोला।
आज आवास पर आयोजित इंडिया गठबंधन की प्रेस वार्ता में हमने कहा कि भारत निर्वाचन आयोग द्वारा कल 12 जुलाई को जारी प्रेस विज्ञप्ति में प्रस्तुत आँकड़ों और दावों में अनेक महत्वपूर्ण कमियाँ, विरोधाभास और लोकतांत्रिक चिंताएं छिपी हुई हैं।
ये कमियाँ न केवल प्रक्रिया की पारदर्शिता को… pic.twitter.com/WhA9FiEAw2
— Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) July 13, 2025
एक संवाददाता सम्मेलन के दौरान जब पत्रकारों ने उनसे आयोग के सूत्रों के हवाले से खबरों के बारे में सवाल पूछा, तो तेजस्वी ने विवादास्पद बयान देते हुए कहा —
“हम ऐसे ‘सूत्र’ को ‘मूत्र’ समझते हैं। मूत्र यानी ऐसा अपशिष्ट जो दुर्गंध फैलाता है।”
खबरें प्लांट करवा रहा है आयोग: Tejashwi Yadav
तेजस्वी ने आरोप लगाया कि निर्वाचन आयोग खुद सामने न आकर सूत्रों के जरिए खबरें प्लांट करवा रहा है, ताकि राजनीतिक ‘खेला’ किया जा सके। उन्होंने सवाल उठाया कि अगर यह दावा सही है, तो आयोग ने इस संबंध में कोई दस्तावेज या प्रेस रिलीज क्यों जारी नहीं की?
तेजस्वी ने तंज कसते हुए कहा,
“ये वही सूत्र हैं जो ऑपरेशन सिंदूर के दौरान इस्लामाबाद, लाहौर और कराची तक कब्जा कर चुके थे।”
उनका इशारा मीडिया में बिना प्रमाण के आने वाली सनसनीखेज रिपोर्ट्स की ओर था।
1% वोटर्स का नाम कटा तो 7.9 लाख प्रभावित: Tejashwi Yadav
तेजस्वी यादव ने आशंका जताई कि अगर सिर्फ 1% वोटर्स का नाम भी मतदाता सूची से हटाया गया, तो इसका मतलब होगा कि करीब 7 लाख 90 हजार मतदाता चुनाव प्रक्रिया से बाहर हो जाएंगे। उन्होंने कहा कि
“अगर एक बूथ पर 10 नाम कटते हैं, तो ये संख्या राज्य में हजारों मतदाताओं तक पहुंच जाएगी, जो चुनाव परिणामों को प्रभावित कर सकती है।”
चुनाव आयोग की सफाई
चुनाव आयोग की ओर से बयान जारी कर कहा गया है कि अंतिम मतदाता सूची प्रकाशित होने से पहले ऐसे सभी नामों की जांच की जाएगी, और असली दस्तावेज़ों (जैसे आधार, वोटर कार्ड, राशन कार्ड) के बिना किसी भी विदेशी नागरिक का नाम फाइनल लिस्ट में नहीं रहेगा।



