Ranchi: लोकसभा चुनाव को लेकर नेताओं के दल बदलने की वजह से Jharkhand में विधानसभा का गणित बिगाड़ रहा है। नेताओं विशेष कर विधानसभा सदस्य के दूसरे दलों में चले जाने से यह सिलसिला और भी बढ़ सकता है।
Jharkhand News: सीता सोरेन ने भी दुमका से भाजपा के लिए चुनाव लड़ेंगी
यही हाल रहा तो इस वर्ष के अंत तक विधानसभा की दलीय स्थिति में और भी बदलाव होंगे। लोकसभा चुनाव को लेकर भाजपा के मुंडू विधायक जीपी पटेल कांग्रेस में शामिल होकर पार्टी की ओर से हजारीबाग सीट पर चुनाव लड़ रहे हैं। इसे ठीक पहले जामा से झारखंड मुक्ति मोर्चा विधायक सीता सोरेन ने भी दुमका से भाजपा के लिए चुनाव लड़ेंगी।
दोनों विधायकों ने पार्टी बदल ली है। परंतु दोनों अब तक विधानसभा सदस्य बने हुए हैं। स्पीकर रविंद्र नाथ महतो तक को इनका इस्तीफा व्यक्तिगत रूप से या विशेष दूध से प्राप्त होने की कोई सूचना नहीं है।
अब तक दल बदल के इस फेर में झारखंड मुक्ति मोर्चा और भारतीय जनता पार्टी के एक-एक विधायक का नुकसान उठाना पड़ा है। स्टीफन स्वीकार होने के बाद भाजपा के विधायकों की संख्या घटकर 24 और झामुमो के विधायक की संख्या 29 रह जाएंगे। विधानसभा चुनाव आते-आते कई और विधायक वाला बदल सकते हैं।
कांग्रेस ने सुखदेव भगत को अपना प्रत्याशी घोषित कर दिया
चर्चा के अनुसार झारखंड मुक्ति मोर्चा के ही एक अन्य विधायक चमरा लिंडा भी लोहरदगा सीट पर निर्दलीय या किसी अन्य पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़ने की तैयारी में जुटे हैं। यहां कांग्रेस ने सुखदेव भगत को अपना प्रत्याशी घोषित कर दिया है।
झामुम ने यह स्पष्ट कर दिया है कि वह गठबंधन धर्म का पालन करेगा। किसी नेता के पार्टी लाइन से जाने की स्थिति पर निर्णय लिया जाएगा। सभी दल फिलहाल अपने विधायकों पर नजर रखे हुए हैं।