Ranchi: Jharkhand विधानसभा अंतिम शीतकालीन सत्र के अंतिम दिन सत्र के समापन के बाद नेता प्रतिपक्ष में राज्य के कई विषय बिंदुओं एवं झारखंड विधानसभा के शीतकालीन सत्र के दौरान हुए सारे कार्रवाई पर अपना मंतव्य शीतकालीन सत्र के अंतिम दिन समापन के बाद व्यक्त किया.
झारखंड में “लोकतंत्र” नहीं “ठोकतंत्र” है !
हजारों पंचायत स्वयंसेवकों शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर रहे थे, परंतु ठगबंधन सरकार ने पुलिस को पुनः सामने कर अपनी दमनकारी नीतियों को प्रदर्शित किया …
इस निर्मम लाठीचार्ज ने युवाओ के प्रति गठबंधन सरकार की नफरती सोच की पोल खोल दी है। pic.twitter.com/9NDDT5YTjk
— Amar Kumar Bauri (@amarbauri) December 21, 2023
Jharkhand की जनता को बताने के लिए कोई भी उपलब्धि इस शीतकालीन सत्र पर नहीं है
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि झारखंड विधानसभा का अंतिम शीतकालीन सत्र अपने साथ कई एक प्रश्न, विषयों और झारखंडी जनता के निराशा को प्रदर्शित करने वाला रहा राज्य सरकार जो अपनी सफलता का श्रेय ले रहे हैं और विफलता का सारे ठीकरे विपक्ष के माथे मड रहे है वर्तमान राज्य सरकार के पास झारखंड की जनता को बताने के लिए कोई भी उपलब्धि इस शीतकालीन सत्र पर नहीं है.
वही झारखंडी बेरोजगार युवाओं के विषय में नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि वर्तमान राज्य सरकार युवाओं को किए गए सभी वादों में लगातार सफल रही है इसका जीता जागता उदाहरण अपने हक और आवाज के लिए संघर्षरत पंचायत स्वयंसेवक संघ के ऊपर दनात्मक कार्रवाई से उजागर हो गया है.
वर्तमान Jharkhand सरकार की कार्य प्रणाली जग जाहिर
वही पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी के विषय में कहा कि वर्तमान राज्य सरकार बाबूलाल जी के मुद्दे और वाणी इतने प्रखर होते हैं इस कारण उन्हें नेता प्रतिपक्ष का दर्जा नहीं दिया गया जनजातीय नेता के तौर पर बाबूलाल जी सर्वमान्य और झारखंड के जनता के बीच काफी लोकप्रिय हैं और उनके बोलने से वर्तमान राज्य सरकार की कार्य प्रणाली जग जाहिर हो जाएगी इस कारण उन्हें बोलने से रोका गया.
आगामी चुनाव में वर्तमान राज्य सरकार के सत्ता में आने के विषय में नेता प्रतिपक्ष ने कहा की काठ की हांडी एक बार चलती है जो 2019 में चड चुकी है जो दोबारा फिर से पूर्णावित्ती नहीं होगी.
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