Ranchi: Banna Gupta: झारखण्ड 4 जनवरी , 2023 – डॉ. मनसुख मांडविया, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री, भारत सरकार द्वारा बिहार, झारखंड, उत्तर प्रदेश, और पश्चिम बंगाल में कालाजार उन्मूलन हेतु वीडिओ कॉन्फ़्रेंसिंग के माध्यम से समीक्षा बैठक की गई।
“झारखंड कालाजार उन्मूलन हेतु प्रतिबद्ध हैं”
कालाजार उन्मूलन हेतु केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री आदरणीय @mansukhmandviya जी के साथ अन्य तीन राज्यों के स्वास्थ्य मंत्रीयों के साथ झारखंड की तैयारियों और भविष्य के कार्ययोजनाओं पर विस्तृत चर्चा की गई! pic.twitter.com/odS2BQC8ce
— Banna Gupta (@BannaGupta76) January 4, 2023
इस बैठक में झारखण्ड के स्वास्थ्य मंत्री श्री बन्ना गुप्ता सहित अन्य राज्यों के स्वास्थ्य मंत्रियों और उच्च स्तरीय पदाधिकारी सम्मिलित हुए। इस बैठक में डॉ. मनसुख मांडविया द्वारा भारतीय सिने कलाकार मनोज वाजपेयी द्वारा कालाजार पर वीडियो के माध्यम से दिए गए सन्देश का भी उद्घाटन किया।
Banna Gupta: भारत सरकार द्वारा मन की बात कार्यक्रम में उनके द्वारा दिए गए सन्देश को भी सुनाया गया
इस अवसर पर माननीय प्रधानमंत्री, भारत सरकार द्वारा मन की बात कार्यक्रम में उनके द्वारा दिए गए सन्देश को भी सुनाया गया, जिसमें उन्होंने कहा था “ बालू मक्खी पर नियंत्रण और कालाजार रोग की जल्द से जल्द पहचान और उसका पूरा उपचार “ कालाजार के उन्मूलन के लिए बहुत आवश्यक है। डॉ. मांडविया ने अपने उदबोधन में निर्देश दिया कि केंद्र सरकार से आवश्यक दवाओं की आपूर्ती सुनिश्चित की जाती है पर उनका किर्यान्वयन राज्य को सुनिश्चित करना होगा।
कार्यक्रम में डॉ. भारती प्रवीण पवार, राज्य स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री, भारत सरकार ने कहा कि कालाजार रोग के समूल उन्मूलन के लिए कालाजार मरीज़ो की पहचान की सुनियोजित रणनीति के तहत कार्य करने की आवश्यकता है। उन्होंने सुझाव दिया कि झारखण्ड की नई पहल जिसमें ग्रामीण क्षेत्रों में एम्बुलेंस के माध्यम से सघन सर्विलांस किया जाता है, उसे अन्य राज्य द्वारा भी अपनाया जा सकता है।
हमारा राज्य कालाजार उन्मूलन की ओर अग्रसर है: Banna Gupta
बैठक में श्री बन्ना गुप्ता ने कहा कि राज्य में केवल 1 ब्लाक लिट्टीपाड़ा को छोड़कर किसी भी ब्लाक में कालाजार के मरीज़ नहीं हैं यानि हमारा राज्य कालाजार उन्मूलन की ओर अग्रसर है। झारखण्ड के स्वास्थ्य मंत्री श्री बन्ना गुप्ता ने यह भी बताया कि गत वर्षों में राज्य के 4 जिलों के 33 ब्लाक में 5 ब्लाक में कालाजार के केस 10000 की आबादी पर 1 से ज्यादा थे, अब मात्र 1 ब्लाक लिट्टीपाड़ा में यह 1 से ज्यादा है। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि झारखण्ड तय समय में बहुत जल्दी कालाजार से मुक्त होगा।
भारत सरकार की कालाजार उन्मूलन की प्रतिबद्धता को दोहराते हुए, राजेश भूषण, सचिव, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय, भारत सरकार ने कहा कि, “सरकार कालाजार उन्मूलन के लिए दृढ़ संकल्पित है और कालाजार से प्रभावित सभी क्षेत्रों में रणनीति बनाकर कार्य किया जा रहा है। कालाजार उन्मूलन हेतु एकीकृत सूक्ष्म कार्ययोजना बनाकर , गांव और ब्लॉक स्तर पर इसके उन्मूलन हेतु गतिविधियां सम्पादित की जा रही हैं और कालाजार से प्रभावित गांवों के हर घर में कीटनाशी छिड़काव (आईआरएस) सुनिश्चित किया जा रहा है।
राजीव मांझी, संयुक्त सचिव स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय, भारत सरकार ने बताया कि हम सब के समेकित प्रयास से विगत एक वर्ष में कालाजार मामलों में बहुत कमी की गई है और शीघ्र ही हम कालाजार मुक्त के लक्ष्य को प्राप्त कर लेंगे ।
हम सभी की जिम्मेदारी है कि हम कालाजार उन्मूलन की दिशा में कार्य करें
निदेशक एनसीवीबीडीसी, भारत सरकार, डॉ. तनु जैन ने सामूहिक प्रयासों के महत्व पर जोर देते हुए कहा कि, “हम सभी की जिम्मेदारी है कि हम कालाजार उन्मूलन की दिशा में कार्य करें। संबद्ध विभागों, स्वयं सहायता समूहों, अग्रिम पंक्ति के कार्यकर्ताओं और डेवलपमेंट पार्टनर्स के संयुक्त प्रयासों से हमें उन्मूलन लक्ष्यों को प्राप्त करने में मदद मिलेगी।
कार्यक्रम में, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय, भारत सरकार, अपर मुख्य सचिव, स्वास्थ्य, झारखण्ड और राज्य के स्वास्थ्य पदाधिकारी और सहयोगी संस्थाओं यथा- विश्व स्वास्थ्य संगठन, ग्लोबल हेल्थ स्ट्रेटजीज (जीएचएस), प्रोजेक्ट कंसर्न इंटरनेशनल (पीसीआई), केयर के प्रतिनिधियों ने प्रतिभागिता की।