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पशु चिकित्सकों एवं पशुपालन निदेशालय में नये पदों का सृजन कर नियुक्तियां करे राज्य सरकार : Bandhu Tirkey

निदेशालय एवं अधीनस्थ कार्यालयों के 798 पद अपर्याप्त, क्षमता बढ़ने से पशुपालन को प्रोत्साहन, नस्लों में सुधार और दुग्ध उत्पादन में भी वृद्धि होगी.

Ranchi: Bandhu Tirkey: पूर्व मंत्री, झारखण्ड सरकार की समन्वय समिति के सदस्य एवं झारखण्ड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के कार्यकारी अध्यक्ष बंधु तिर्की ने कहा है कि, वर्तमान समय में राज्य के पशुपालन निदेशालय एवं उसके अधीनस्थ विविध कार्यालयों में सृजित 798 पद झारखण्ड की आवश्यकता के मद्देनज़र अपर्याप्त हैं. श्री तिर्की ने सरकार से मांग की है कि, पशु चिकित्सकों एवं पशुपालन निदेशालय एवं उसके अधीनस्थ कार्यालयों में नये पदों का सृजन कर अविलंब नियुक्तियां की जाये.

मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को भेजे गये एक पत्र में Bandhu Tirkey ने कहा है कि, 15 नवम्बर 2000 को झारखण्ड गठन के समय बिहार में पशुपालन निदेशालय एवं सम्बंधित कार्यालयों में कुल सृजित पदों के दो तिहाई पदों को बिहार में रहने दिया गया जबकि एक तिहाई कर्मियों को झारखण्ड राज्य में स्थानांतरित कर दिया गया.

यदि नए पदों का सृजन नहीं किया गया तो आम जनता को कठिनाइयों का निरंतर सामना करना पड़ता रहेगा: Bandhu Tirkey

इसके तहत झारखण्ड के पशुपालन निदेशालय एवं उसके अधीनस्थ कार्यालयों के हिस्से में कुल 798 पद आये लेकिन झारखण्ड की वर्तमान जरूरतों एवं यहाँ पशुपालन क्षेत्र की अपार संभावनाओं को देखते हुए यह सृजित पद अपर्याप्त हैं. उन्होंने कहा कि यदि नए पदों का सृजन नहीं किया गया तो आम जनता को कठिनाइयों का निरंतर सामना करना पड़ता रहेगा.

क़ृषि, पशुपालन एवं सहकारिता को झारखण्ड के आर्थिक तंत्र की रीढ़ बताते हुए श्री तिर्की ने कहा कि इस क्षेत्र पर गंभीरता से ध्यान देने की जरूरत है. उन्होंने कहा कि वर्तमान समय में पशुपालन में निदेशक प्रमुख का एक पद, निदेशक एवं उसके समकक्ष के 4 पद, संयुक्त निदेशक एवं उसके समकक्ष के 19 पद, उप निदेशक एवं उसके समकक्ष 95 पद, सहायक निदेशक एवं उसके समकक्ष 280 पदों के साथ ही पशु चिकित्सा पदाधिकारी एवं उसके समकक्ष 399 पद सृजित हैं और इस प्रकार कुल 798 कर्मियों के बल पर झारखण्ड के पशुपालकों एवं आम जनता को सुविधाएं उपलब्ध करवायी जा रही है जो पर्याप्त नहीं है और इसका खामियाजा लोगों को उठाना पड़ रहा है.

Bandhu Tirkey ने विशेष रूप से पशु चिकित्सकों के वेतनमान एवं सेवा शर्तो में सुधार और उसे देश के अन्य प्रदेशों के समान पद के वेतनमान के समकक्ष बनाने का अनुरोध भी सरकार से किया है.

नये पदों के सृजन से जहाँ अनेक योग्य उम्मीदवारों को नौकरी मिलेगी वहीं बेरोजगार युवकों में पशुपालन के प्रति आकर्षण भी पैदा होगा: Bandhu Tirkey

Bandhu Tirkey ने कहा कि नए पदों के सृजन और उस पर नियुक्ति से पशुपालकों को बेहतर पशु चिकित्सा सेवा उपलब्ध होगी और इसके साथ ही पशुओं के मृत्यु दर में कमी आयेगी. श्री तिर्की ने कहा कि नये पदों के सृजन से जहाँ अनेक योग्य उम्मीदवारों को नौकरी मिलेगी वहीं बेरोजगार युवकों में पशुपालन के प्रति आकर्षण भी पैदा होगा और उन्हें स्थानीय स्तर पर रोजगार उपलब्ध होगा.

उन्होंने कहा कि गाय-भैंस पालन को बढ़ावा देने से पशुपालकों की आय में वृद्धि होने के साथ ही दूध का उत्पादन बढ़ेगा जिसका सीधा फायदा आम जनता को होगा. इसके अलावा अंडा, मांस आदि के उत्पादन में बढ़ोतरी होगी साथ ही अधिक मात्रा में गोबर का सीधा फायदा खेती-किसानी में मिलेगा. श्री तिर्की ने कहा कि, झारखण्ड की जरूरत के अनुरूप नये पदों के सृजन और नियुक्ति से पशुओं की नस्ल में भी सुधार होगा जिसका सीधा लाभ झारखण्ड के पशुपलकों और किसानों को मिलेगा.

इसके अलावा पशुओं का स्वास्थ्य बेहतर होगा और मृत्यु दर में कमी आयेगी. श्री तिर्की ने विश्वास व्यक्त किया है कि सरकार इस मामले में जल्द ही सकारात्मक निर्णय लेगी.

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

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