Ranchi: दो दिवसीय जनजातीय महोत्सव (World Indigenous Day) जो Jharkhand की राजधानी रांची में बुधवार को समापन हो गया. कार्यक्रम के दूसरे दिन छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल (Bhupesh Baghel) भी राजधानी पहुंचे और समारोह में शिरकत हुए. रांची के मोराबादी मैदान में समारोह स्थल पहुंचते ही मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का ढोल नगाड़ा एवं अन्य पारंपरिक वाद्ययंत्रों के साथ स्वागत किया गया.
रांची में मुख्यमंत्री श्री @bhupeshbaghel का झारखंड के मुख्यमंत्री श्री @HemantSorenJMM द्वारा जोरदार स्वागत।
“झारखंड जनजातीय महोत्सव” के समापन समारोह में बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुए मुख्यमंत्री श्री बघेल। @JharkhandCMO #Chhattisgarh #Jharkhand pic.twitter.com/KXzQZUq0Gr
— CMO Chhattisgarh (@ChhattisgarhCMO) August 10, 2022
World Indigenous Day: कोरोना संक्रमण काल में सबसे ज्यादा ऑक्सीजन इन दोनों राज्यों ने दिया था
इस मौके पर छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल ने बोला कि झारखंड और छत्तीसगढ़ देश को ऊर्जा एवं ऑक्सीजन देते हैं। कोरोना संक्रमण काल में सबसे ज्यादा ऑक्सीजन इन दोनों राज्यों ने दिया था। झारखंड और छत्तीसगढ़ का विशेष महत्व है। बघेल ने कहा कि छत्तीसगढ़ की लोगों की तरफ से हार्दिक अभिनंदन करता हूं। दुनिया में 1 दिन तो विश्व आदिवासी दिवस समारोह आयोजित होता है। परंतु हेमंत सोरेन जी ने 2 दिवस से जनजातीय महोत्सव कार्यक्रम आयोजित किया यह बड़ी बात है।
बघेल ने मंच पर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को जन्मदिन की बधाई भी दी
यह भी बता दें कि, बुधवार यानी 10 अगस्त को मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन का जन्मदिन भी था। ऐसे में इस बीच मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने मंच पर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को जन्मदिन की बधाई भी दी। दरमियां उन्होंने कहा झारखंड की वीर भूमि को नमन करता हूं। झारखंड की सम्मान की लड़ाई के लिए जिसमें अपनी शहादत दिया है सभी को मैं नमन करता हूं। शिबू सोरेन जी को सादर प्रणाम करता हूं, जिन्होंने झारखंड प्रदेश को लेकर संघर्ष किया और लड़ाइयां लड़ी।
World Indigenous Day: किसी भी संस्कृति को समाप्त नहीं किया जा सकता जिनके जड़े अगर मजबूत रहे तो
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि जिस तरह 9 अगस्त को यूएन में विश्व आदिवासी दिवस समारोह मनाया जा रहा है। इस दिन यानी 9 अगस्त को सरकारी छुट्टी घोषित किया है। हमारे राज्य छत्तीसगढ़ में हमने 9 अगस्त को सरकारी छुट्टी घोषित किया है।
झारखण्ड जनजातीय महोत्सव के समापन समारोह में छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री श्री @bhupeshbaghel ने कहा जनजातियों की संस्कृति को सुरक्षित और संवर्धित मिलकर करना है। यह संस्कृति बहुत प्राचीन है। इसको मंच देने का काम करना होगा। यह काम झारखंड सरकार कर रही है। मैं सरकार को बधाई देता हूं। pic.twitter.com/90qO3Hi6lG
— Office of Chief Minister, Jharkhand (@JharkhandCMO) August 10, 2022
हमारी संस्कृति को बचाने का काम मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और उनके साथ सबको करना होगा। किसी भी संस्कृति को समाप्त नहीं किया जा सकता जिनके जड़े अगर मजबूत रहे तो। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के साथ सभी मंत्रियों और विधायकों को हार्दिक शुभकामनाएं देता हूं कि ऐसे समारोह का आयोजन किया है।