Ranchi: झारखंड की राजनीति में एक बार फिर से गर्माहट बढ़ गई है। राज्य कांग्रेस ने मंगलवार को आयोजित अपनी कार्यसमिति बैठक में साफ कर दिया कि वह झारखंड में लागू की जा रही SIR प्रक्रिया का कड़ा विरोध करेगी।
इस ऐलान के साथ पार्टी ने सरकार पर गंभीर सवाल उठाते हुए सड़क से लेकर विधानसभा तक आंदोलन छेड़ने की तैयारी कर ली है।

बैठक में उठा SIR का मुद्दा: क्यों भड़की कांग्रेस?
कांग्रेस नेताओं ने बैठक में SIR प्रक्रिया को जनता और कर्मचारियों के हित में नुकसानदायक बताया। उनका आरोप है कि यह कदम पारदर्शिता के नाम पर अधिकारों का हनन करने वाला है और इससे लोगों के बीच भ्रम और असुरक्षा फैल रही है।
पार्टी प्रवक्ता के अनुसार
“कार्यसमिति की बैठक में सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि झारखंड में SIR की प्रक्रिया का पुरज़ोर विरोध किया जाएगा। यह कदम संविधान और लोकतांत्रिक मूल्यों के विरुद्ध है।”
कांग्रेस की रणनीति: प्रदेश में बड़े पैमाने पर आंदोलन की तैयारी
बैठक में यह तय किया गया कि आने वाले दिनों में कांग्रेस SIR के खिलाफ जिला, प्रखंड और पंचायत स्तर तक जन आंदोलन चलाएगी। योजनाओं में शामिल हैं
- जन जागरूकता अभियान
- प्रदेशव्यापी विरोध प्रदर्शन
- ज्ञापन सौंपने और धरना-प्रदर्शन की श्रृंखलाएँ
- विपक्षी दलों को साथ लेकर संयुक्त आंदोलन की संभावना
कांग्रेस नेताओं ने स्पष्ट कहा कि यह लड़ाई सिर्फ राजनीतिक नहीं, बल्कि जनता के अधिकार और सम्मान की लड़ाई है।
दिल्ली में ‘वोट चोर गद्दी छोड़’ रैली पर भी हुई चर्चा
कार्यसमिति की बैठक में झारखंड कांग्रेस की आगामी दिनों में राष्ट्रीय राजनीति में भूमिका पर भी विचार किया गया।
दिल्ली में आयोजित होने वाली कांग्रेस की बड़ी रैली ‘वोट चोर गद्दी छोड़’ में झारखंड इकाई की सक्रिय भागीदारी को लेकर भी रणनीति बनाई गई।
राज्य नेतृत्व ने कहा कि यह रैली लोकतंत्र और चुनावी मर्यादा बचाने के लिए महत्वपूर्ण है और झारखंड कांग्रेस इसमें बड़ी संख्या में शामिल होगी।
केंद्र और राज्य सरकार पर कांग्रेस का हमला
बैठक के दौरान पार्टी नेताओं ने केंद्र और राज्य सरकार पर तीखे हमले किए।
कांग्रेस ने कहा कि SIR के नाम पर सरकार लोगों को परेशान कर रही है और राज्य में प्रशासनिक अव्यवस्था बढ़ती जा रही है।
कांग्रेस का आरोप है कि
- सरकार संवैधानिक संस्थाओं का दुरुपयोग कर रही है
- लोगों का विश्वास टूट रहा है
- राज्य की समस्याओं से ध्यान हटाने के लिए ऐसे कदम उठाए जा रहे है.
झारखंड में बढ़ सकती है राजनीतिक गर्मी
कांग्रेस के इस फैसले के बाद झारखंड की राजनीति में तनाव और मुकाबला बढ़ना तय है। SIR को लेकर कांग्रेस का आक्रामक रुख विपक्ष को एक नया मुद्दा दे सकता है, जबकि सरकार के लिए यह चुनौतीपूर्ण स्थिति पैदा कर सकता है.
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